महिला के साथ पुरुष रहने पर ही मिलेगा प्रवेश
अंतरास्ट्रीय महिला दिवस पर बांटी चोखा रेस्टोरेंट मे महिलाओं को दिया गया उपहार, महिलाओ ने किया धन्यवाद
समाज के आखिरी पायदान पर बैठी महिलाओं के लिए फ्री रहा बेटियों को समर्पित बाटी चोखा रेस्टोरेंट अहरौरा
रिपोर्टर सुरभि चतुर्वेदी वाराणसी
मिर्जापुर (अहरौरा) – बेटियों के लिये समर्पित बाटी चोखा रेस्टोरेंट की श्रृंखला डाफी और अहरौरा में वोमेन्स डे को खास अन्दाज में मनाया गया। रेस्टोरेंट में ग्रामीण, आदिवासी और समाज के आखिरी पायदान पर बैठी महिलाओं को आमंत्रित किया गया और उन्हें सम्मानित कर उनके परिवार साथ निःशुल्क भोजन कराया गया। अंतरास्ट्रीय महिला दिवस पर बांटी चोखा रेस्टोरेंट मे महिलाओं को दिया गया उपहार व बधाई दी। बाटी चोखा रेस्टोरेंट महिला दिवस के दिन से एक हफ्ते तक महिलाओं के लिए फ्री रहेगा जिसमे वो
खुद और अपने साथ किसी एक व्यक्ति को ला सकती हैं लेकिन उसके लिये उन्हें एक दिन पहले रेस्टोरेंट को सूचित करना होगा। वोमेन्स डे पर रेस्टोरेंट में आमंत्रित की गई ये वो महिलाएं थी जो आज तक किसी रेस्टोरेंट में तो दूर कभी घर की डेहरी लांघकर बाहर नहीं निकली थी और अगर निकली भी थी तो किसी पुरुष का हाथ पकड़कर ही किसी घरेलू काम से बाहर निकली थी। बाटी चोखा रेस्टोरेंट की ये न सिर्फ एक सोच है बल्कि एक मुहिम भी है कि 21 सदी के इस दौर में समाज के आखिरी पायदान पर बैठी इन महिलाओं को न सिर्फ सम्मान दिलाया जाये बल्कि ऐसी स्थिति बनाई जाये कि पुरुष इनका हाथ पकड़ कर यहॉं आ सके। इस मुहिम के तहत आज से तक़रीबन पांच साल पहले डाफ़ी टोल प्लाजा के पास देश का पहला बेटियों को समर्पित रेस्टोरेंट खोला गया। रेस्टोरेंट खुलते ही इस सोच और मुहिम पर यहां पहुंचने वाली ग्रामीण महिलाओं ने मोहर लगाए उनको इस बात की बेहद खुशी हुई कि उन्हें भी सम्मान मिल रहा है और उनके घर के पुरुष उन्हें आग्रह करके रेस्टोरेंट में ला रहे थे क्योंकि उनके बिना यहां इंट्री नहीं थी। बेटियों को सम्मान दिलाने की इस सोच को बड़ी कामयाबी मिलता देख बाटी चोखा रेस्टोरेंट ने एक कदम और आगे बढ़ाया और अगली कड़ी में पूर्वांचल का हिल स्टेशन कहे जाने वाले अहरौरा के लखनिया दरी के पास बेटियों को समर्पित रेस्टोरेंट खोला जिसका उद्देश्य था कि आदिवासी इलाकों की महिलाएं भी रेस्टोरेंट में आ सके। रेस्टोरेंट के डायरेक्टर दिवाकर पांडेय बड़े हर्ष के साथ बताते है कि यहां भी उनके इस मुहिम को अपार सफलता मिली ,बहुत सी आदिवासी महिलाएं और ग्रामीण महिलाएं इस रेस्टोरेंट में पूरे सम्मान के साथ आती है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन इन्हीं महिलाओं को बाटी चोखा रेस्टोरेंट में सम्मानित किया और उन्हें गिफ्ट भी दिया जिसकी पूरे इलाके में बड़ी प्रशंसा की जा रही है।