आधुनिक तकनीकी शिक्षा के तहत कंपोजिट विद्यालय के (पाल लैब) से बच्चों को मिल रहा लाभ

टैबलेट से पढ़ाई करने को लेकर छात्र-छात्राओं में दिख रही रुचि

दुद्धी-सोनभद्र(राहुल जायसवाल)। सरकार स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने के लगातार प्रयासरत है। नीति आयोग द्वारा सोनभद्र को पिछड़े जनपदों की सूची में शामिल करने के बाद आकांक्षी जनपद के रूप में लगातार काम किए जा रहे है ताकि सोनभद्र जनपद के बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत हो सके और शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके। शिक्षा सत्र 2023-24 की शुरुआत से ही सोनभद्र में बच्चों की हाइटेक शिक्षा को बढ़ावा

देने के लिए नीति आयोग की पहल पर कई स्कूलों को कन्वे जीनियस पाल लैब से संतृप्त करने की पहल की गई, जिसमें दुद्धी ब्लॉक के 9 स्कूलों का चयन किया गया। दुद्धी ब्लॉक के कप्पोजिट विद्यालय दुद्धी, दिघुल, मझौली, कादल, विंढमगंज, केवाल, जोरूखाड़, गुलालझरिया तथा रजखड़ शामिल है। इन सभी विद्यालयों में 50-50 टैबलेट उपलब्ध कराएं गए है जहाँ ऑनलाइन कोर्स बच्चे पढ़ रहे है। इन पाल लैब में कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों को शामिल किया गया है। पाल लैब की देखरेख

के लिए फिल्ड अफसर के रूप में विष्णु दयाल यादव व विशाल कुमार को जिम्मेदारी दी गई है जो अपनी कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए देखें जा रहे है। शुक्रवार को कंपॉजिट विद्यालय दुद्धी में करीब 40-50 बच्चे टैबलेट से पढ़ते नजर आए, जो सरकार की इस पहल से काफ़ी खुश नजर आए। कंपॉजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश व सहायक अध्यापक तत्सत तिवारी ने संयुक्त रूप से बताया कि कंवे जीनियस द्वारा 50 टैबलेट उपलब्ध कराए गए है जिससे बच्चों को शेड्यूल के अनुसार पढ़ाया जाता है। इससे बच्चे अपने अपने कक्षा का ऑनलाइन कोर्स पढ़ते है जिससे कक्षा में पढ़ाए गए पाठ को दुहराने व देखने का मौका मिलता है। खण्ड शिक्षा अधिकारी महेन्द्र मौर्य ने बताया कि दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के 9 स्कूलों में टैबलेट कक्षा कक्ष की स्थापना की गई है, जहाँ बच्चों के लिए 50-50 टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं। इस टैबलेट के माध्यम से बच्चे शेड्यूल के अनुसार विषय पढ़ते हैं।

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