रामजियावन गुप्ता/बीजपुर(सोनभद्र) एनटीपीसी रिहंद द्वारा विस्थापित गांव डोडहर में पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी विधुत आपूर्ति को लेकर रविवार की सुबह ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा आक्रोशित ग्रामीणों ने डोडहर गेट जाम कर विधुत आपूर्ति बहाल करने की मांग करते हुए एनटीपीसी प्रबंधन विरोधी नारे लगाने लगे।सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझा कर जल्द विधुत आपूर्ति बहाली का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।डोडहर गेट पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप था कि पिछले एक सप्ताह से डोडहर गांव का ट्रांसफार्मर खराब पड़ा हुआ है जिसको लेकर समूचे गांव में अंधेरा पसरा पड़ा है ग्रामीण पानी की बूंद बूंद के लिए तरस गए है बिजली आपूर्ति की व्यवस्था देख रहे ठेकेदार व एनटीपीसी रिहंद के अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा कई बार ट्रांसफार्मर ठीक करवाने व विधुत आपूर्ति बहाल कराने के लिए अनुरोध किया गया लेकिन एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत गया
लेकिन कोई देखने तक नही पहुंचा।ग्राम प्रधान केपी पाल को भी गुस्साए प्रदर्शनकारियों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा ग्रामीण प्रधान की एक भी सुनने को तैयार नही थे ग्राम प्रधान पर भी ग्रामीणों ने गम्भीर आरोप लगाए।घण्टो गेट जाम कर ग्रामीण सड़क पर बैठे रहे।मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक विनोद यादव के आश्वासन के बाद ग्रामीण सड़क से हटे।प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन शांति ढंग से अगर कोई कानून हाथ मे लेने की कोशिश करेगा उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी बरहाल एनटीपीसी प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि दो दिनों के अंदर ट्रांसफार्मर ठीक कराकर विधुत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। गेट जाम करने में मुख्य रूप से अर्जुन पाल, शिवशंकर वैश्य, राम कृपाल वैश्य, राम सुभग, जितेंद्र, पूर्व ग्राम प्रधान भागीरथी, छत्रपाल, राम रतन, मीना देवी, सुमित्रा के साथ साथ भारी संख्या में महिला, पुरूष शामिल रहे।