सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी मंगलवार। आज डैलिम्स सनबीम ग्रुप ऑफ स्कूल के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बाबा मधोक एवं निदेशिका पूजा मधोक ने विद्यालय के वैश्विक शैक्षिक दृष्टिकोण के परिणाम स्वरूप डैलिम्स सनबीम कैंब्रिज स्कूल रामकटोरा की औपचारिक घोषणा की। इस अवसर पर मीडिया से मुखातिब होते हुए डॉ. प्रदीप ने बताया कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी लगभग 800 वर्षों से वैश्विक स्तर पर विद्यार्थियों की पहली पसंद बना हुआ है। लगभग 150 वर्षों से कैंब्रिज असेसमें प्रोग्राम 160 से भी अधिक देशों में संचालित कियाजा रहा है। यह प्रोग्राम विद्यार्थियों को इनोवशन एवं रिसर्च के लिए प्रेरित कर रहा है।
इसी क्रम में विद्यालय की निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक ने अपने अभिभाषण में कहा कि कैंब्रिज स्कूल का उद्देश्य वैश्विक जरूरतों के अनुकूल स्कूली शिक्षा को अधिक समग्र एवं लचीला बनाना है। जिससे प्रत्येक छात्र की अद्वितीय क्षमताओं को बाहर लाया जा सके। प्रथम वर्ष में विद्यालय कैंब्रिज अर्ली ईयर प्रोग्राम, कैंब्रिज प्राइमरी एवं लोअर सेकेन्डरी प्रोग्राम के द्वारा कक्षा प्ले ग्रुप से कक्षा 7 तक शिक्षा प्रदानकरेगा जो आगे के वर्षों में कैंब्रिज IGCSE तथा A-Level उत्तरोत्तर बढ़ाया जाएगा। इन कक्षाओं के लिए विद्यालय अभिवावकों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेगा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य दीपेन्द्र वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यालय के चयनित अध्यापक कैंब्रिज टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए पंजीकृत किए गये हैं। इस ट्रेनिंग के बाद ही अध्यापक छात्रों को पढ़ाने के लिए अधिकृत होंगे। विद्यालय में कैंब्रिज कक्षाओं का संचालन अप्रैल महीने से किया जाएगा। रोहनिया शाखा की प्रधानाचार्या गुरुमित कौर ने सीबीएसई और कैंब्रिज प्रोग्राम के अन्तर को समझाया। इसी क्रम में विद्यालय की सिगरा शाखा की प्रधानाचार्या डॉ. तुलिका सक्सेना ने कैंब्रिज प्रोग्राम के उपरान्त उपलब्ध रोजगार की जानकारी दी।
अंत में विद्यालय समूह के अतिरिक्त निदेशक माहिर मधोक ने छोटे शहरों में ग्लोबल एजुकेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।