प्रदेश की बिजली आज के हड़ताल से हो सकती है गुल

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र

दूसरे दिन भी जारी रहा बिजलीकर्मियों का कार्य वहिष्कार

प्रदेश की बिजली आज के हड़ताल से हो सकती है गुल

ऊर्जामंत्री के साथ हुए लिखित समझौते के क्रियान्वयन हेतु बिजलीकर्मियों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की

ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू कराने की कर रहे मांग
अनपरा ओबरा की 800 मेगावाट की यूनिटों का निर्माण उत्पादन निगम से कराने की कर रहे मांग

रात्रि दस बजे से करेंगे 72 घंटे की हड़ताल सुनिश्चित

अनपरा सोनभद्र।
ऊर्जा मंत्री तथा मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ हुए लिखित समझौते का क्रियान्वयन न होने तथा अनपरा व ओबरा में प्रस्तावित 800 मेगावाट की दो-दो यूनिटों का निर्माण उत्पादन निगम से न कराकर एनटीपीसी को सौंपने के निर्णय को लेकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के बीच मंगलवार को हुई वार्ता बेनतीजा रहने पर संघर्ष समिति के द्वारा जारी कार्य बहिष्कार लगातार दूसरे दिन जारी रहा।

इस दौरान अनपरा परियोजना के मुख्य द्वार पर संघर्ष समिति से जुड़े बिजली कर्मियों ने विरोध सभा कर शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विरोध सभा में प्रमुख वक्ताओं में उमेश कुमार पांडे,अदालत वर्मा, उत्पल शंकर, एस पी यादव,ऋषिकांत त्रिपाठी,राजकुमार,रविकांत यादव, अनूप वर्मा, आशुतोष द्विवेदी, विष्णु देव झा, रविन्द्र जायसवाल,अभिषेक बरनवाल,विशंभर सिंह,बीके पाठक, दीपक श्रीवास्तव, अभिव्यक्ति सिंह, सुनील यादव आदि ने बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजली कर्मियो को हड़ताल के लिए विवश किया जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि विगत तीन दिसम्बर 2022 को हुए समझौते में ऊर्जा मंत्री की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया था लगभग 3 महीने के उपरांत भी समझौते के प्रमुख बिन्दुओं के क्रियान्वयन की दिशा में कुछ भी कदम नहीं उठाया जा रहा है एवं ओबरा, अनपरा की 800-800 मेगा वाट की नई इकाईयां को उत्पादन निगम से छीन कर एन.टी.पी.सी. को दिये जाने, पारेषण के निजीकरण को रोकने व अन्य न्यायोचित मांगों के सार्थक समाधान किये जाने के उल्टे शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे बिजली कर्मियों को पुलिस उत्पीड़न की धमकी दी जा रही है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति पूरा सम्मान व निष्ठा व्यक्त करते हुए समझौते को लागू कराने हेतु प्रभावी हस्तक्षेप करने की पुनः अपील की।

संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कार्य वहिष्कार अनवरत जारी रहेगा तथा मांगे पूरी न होने पर 16 मार्च की रात 10 बजे से 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल होगी जिससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन का होगा।सभा की अध्यक्षता इं अदालत वर्मा तथा संचालन विशंभर सिंह ने किया।
सभा में एसपी यादव, वीके सिंह,पियूष राय, राजकुमार, सत्यम यादव,मनोज सिंह,अभिषेक सिंह,आरएन तिवारी,शारदा प्रसाद, रामकिशुन,विवेक सिंह,श्याम बिहारी सिंह,राजीव यादव, शैलेंद्र सिंह,जितेंद्र खरवार, विशाल जायसवाल, कालिका प्रसाद,दिनेश द्विवेदी, राजकुमार सिंह,सुमन झा,अंगद तिवारी,देवेंद्र कुमार,पंकज कुमार, शैलेश यादव,शरद सिंह, उमेश मिश्रा,अभिषेक त्रिपाठी,सचिन कन्नौजिया,ज्ञानेंद्र पटेल,धर्मेंद्र सिंह यादव, एसके रजक,संजय सिंह,आर के सिंह, समून अहमद,रवि गुप्ता,अभिषेक मिश्रा,पवन पांडेय, श्रवण यादव, अंकित गुप्ता समेत भारी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी मुख्यतया उपस्थित थे।

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