स्वतंत्रता भवन में  सेमिनार महिला सशक्तिकरण -कल ,आज और कल का हुआ आयोजन

सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी।महिला दिवस के अवसर पर देवा फाउंडेशन और सम्बल के तत्वावधान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में सेमिनार ” महिला सशक्तिकरण – कल , आज और कल ” का आयोजन किया गया ।

इस सेमिनार के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक माननीय नीलकंठ तिवारी रहें उन्होंने कहा कि आज इस कार्यक्रम में शामिल लोग कुछ न कुछ अच्छा संदेश लेकर जाएंगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी जी के आने के बाद मातृशक्ति के उत्थान मातृशक्ति को केंद्र में रखकर के योजनाओं का निर्माण हो रहा है मातृशक्ति समाज में अग्रिम पंक्ति पर खड़ी है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने घर-घर शौचालय बनवाए स्कूलों में भी शौचालय बनवाएं आज लड़कियां पढ़ रही हैं बेटियां पड़ रही है साथ ही साथ उनको शिक्षा देना उनको उच्च शिक्षा देना और साथ ही साथ कानून की शिक्षा देना और नारी को स्वालंबन देना । और साथ ही साथ कानून की शिक्षा देकर मजबूती प्रदान करना उनका लक्ष्य है। आज पुलिस में और सेना में लड़कियां जा रही है आप लोगों का यह प्रयास कार्यक्रम इन सब चीजों को मिलाकर के भारत की सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाने का एक बहुत बड़ा प्रकल्प है उन्होंने कहा कि महिला संरक्षण के लिए अब तक 54 प्रकार के कानून बनाए जा चुके हैं उन्होंने सम्बल संस्था के इस प्रयास की बहुत सराहना की ।

सम्बल संस्था की संचालिका डॉक्टर मोहिनी झवर ने कहा कि हमने यह कार्यक्रम महिला दिवस के अवसर पर किया है। “महिला सशक्तिकरण -कल ,आज और कल हमारे इस कार्यक्रम में 1000 से 1200 महिलाएं एवं बच्चियां शामिल हुई। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम महिलाओं को प्रधानमंत्री द्वारा जितनी भी योजनाएं महिलाओं के लिए हैं उसको बताया गया साथ ही ,उन्हें यह बताया गया कि किस तरह से रोजगार के नए नए अवसरों को घर बैठे कर सकती हैं। इन सभी चीजों की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में महिलाओं को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य किस तरह से स्वस्थ रखें इसके लिए भी जागरूक किया गया।

80 हजार महिलाओं को संस्था दे चूंकि है प्रशिक्षण:

सम्बल संस्था की शुरुआत 2012 में की गयी थी । पिछले 11 वर्ष से सम्बल की ओर से महिलाओं और छात्राओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है और अभी तक करीब 80000लोगो को प्रशिक्षण दिया जा चूका है।  प्रशिक्षण के दौरान हम लोगों ने सिलाई, कंप्यूटर, मेहंदी, क्रोशिया, यहां तक की कार ड्राइविंग भी सिखाई है और जिसमे से 90% महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी है जिनकी प्रतिदिन की आय 500-800 रुपये है।  उन्होंने कहा कि सम्बल संस्था का यही प्रयास है कि गरीब महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाया जाए और उन्हें रोजगार मिल सके और वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके!

चार्टर्ड अकाउंटेंट ऐश्वर्या कपूर ने महिलाओं से बजट और बचत पर चर्चा किया उन्होंने कहा कि महिलाओं को बजट बचत और निवेश की अगर सही जानकारी मिल जाए जिससे वह अपनी वित्तीय योजना बना सके।उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपना मानसिक बजट बनाना चाहिए जिससे वह अपने आय और व्यय को ठीक से समझ पाए। साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं का जो सबसे बड़ा निवेश है वह स्वास्थ है उसको किस तरह से व्यवस्थित रखा जाए इन सभी विषयों पर उन्होंने महिलाओं को जागरूक किया।

वरिष्ठ साइकेट्रिस्ट डॉ वेणु गोपाल झंवर ने कहा कि वुमन मेंटल हेल्थ पर उन्होंने चर्चा किया। उन्होंने बताया कि पुरुष और महिलाओं में काफी अंतर है। कुछ परेशानियां महिलाओं में पुरुषों से अधिक होती है जैसे डिप्रेशन एंजायटी के साथ-साथ उन्होंने महिलाओं के मानसिक बीमारी पर भी चर्चा करते हुए जागरूक किया।

उन्होंने बताया कि इस इस सेमिनार में शहर के जाने-माने प्रवक्ता जैसे वरिष्ठ वकील श्री अशोक सहगल जो पॉस्को एक्ट के बारे में बताया। प्रोफेसर निधि शर्मा जो BHU की कार्यालय समन्वयक महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र की प्रोफेसर है  इनके द्वारा कौशल विकास और उदयमाता में महिलाओं की की क्या भागीदारी है इस विषय पर चर्चा किया। प्रधानमंत्री जी के द्वारा चलाये जा रहे सरकारी सुविधाएँ जो की महिलाओ के लिए है इसके बारे में डॉ रचना अग्रवाल बताया।‌ इशिता अवस्थी के द्वारा महिलाओं को पुरे परिवार का सञ्चालन कर सकें, “हेल्थ इज वेल्थ ” के बारे में  बताया ।

उक्त कार्यक्रम के दौरान 8 महिलाओं को समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया ।

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