एनटीपीसी-विंध्याचल में अखिल भारतीय हास्य-व्यंग्य कवि-सम्मेलन का किया गया आयोजन

एनटीपीसी-विंध्याचल परियोजना के मानव संसाधन-राजभाषा अनुभाग द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन के अंतर्गत परियोजना में साहित्यिक वातावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समय-समय पर साहित्यिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में एनटीपीसी-विंध्याचल परियोजना के मानव संसाधन-राजभाषा अनुभाग एवं कादम्बी सेवा संस्थान के सयुंक्त तत्वाधान में परियोजना के उमंग भवन सभागार में अखिल भारतीय हास्य-व्यंग्य कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया । आयोजित कवि-सम्मेलन में उपस्थित कवियों द्वारा हास्य-व्यंग्य, शृंगार रस तथा वीर-रस पर तीखे व्यंग्य-बाण चलाकर उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य-अतिथि के रूप में कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) सुभाष चन्द्र नायक एवं अध्यक्षा सुहासिनी संघ श्रीमती श्रोत्सिविनी नायक एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण श्री ई सत्य फनी कुमार मौजूद रहें ।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ द्वारा किया गया । तत्पश्चात कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) सुभाष चन्द्र नायक एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । एनटीपीसी गीत के साथ कवि-सम्मेलन का विधिवत आरंभ हुआ । इस अवसर पर परियोजना प्रमुख (विंध्याचल) श्री सुभाष चन्द्र नायक नें अपने उद्बोधन में कहा कि एनटीपीसी विंध्याचल राजभाषा अनुभाग द्वारा राजभाषा के प्रचार एवं प्रसार हेतु अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन एक सराहनीय कदम है। उन्होनें उम्मीद जताई कि यह कवि सम्मेलन लोंगों को खुशी प्रदान करने मे सार्थक सिद्ध होंगी। महोदय नें अखिल भारतीय हास्य-व्यंग्य कवि-सम्मेलन की सफलता हेतु अपनी शुभकामनाएं दी।

इस कवि-सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे प्रतिष्ठित कवि एवं कवियत्रियों– श्री शंभू शिखर (हास्य कवि), सुश्री पद्मिनी शर्मा (शृंगार रस), श्री कमल अग्नेय(वीर रस), श्री हेमंत पाण्डेय (लाफ़्टर चैम्पिअन, सुश्री मनिका दुबे(शृंगार रस) एवं श्री विकास बौखल(हास्य कवि) ने अपनी रोचक हास्य कविताओं एवं सुमधुर शृंगारिक रचनाओं से उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया ।

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