वाराणसी 27नवंबर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में रविवारको इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट साइकियाट्री का 23वां चार दिवसीय से वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के चौथे आखरी दिन रविवारको बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में देश-विदेश से आए मनोचिकित्सकों ने मानसिक रोग से संबंधित अपने अपने विचार is इस सम्मेलन में देश विदेश के लगभग 1000 मनोज चिकित्सकों ने भाग लिया।और सुझाव दिए। इस दौरान चिकित्सकों ने बच्चों से जुड़ी मानसिक समस्याओं महिलाओं से जुड़ी मानसिक समस्याओं के साथ-साथ सामान्य मानसिक बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया और उनके निवारण के लिए क्या करना चाहिए उसकी भी जानकारी दी डॉ राजेश नागपाल ने नई दवाइयों से मानसिक रोगियों को स्वस्थ करने की विधा बताइ डॉ तनु सिंह ने महिलाओं से जुड़ी मानसिक समस्याओं के बारे में अपनी बातें साझा की इस दौरान चिकित्सकों ने कहा कि करोना काल के बाद से व्यक्तियों और बच्चों के व्यवहारों में काफी बदलाव देखने को मिला वह मावली बातों पर काफी ज्यादा गुस्सा करने लगे इस दौरान चिकित्सकों ने कहा कि परिवार में महिलाओं और बच्चों को तनाव मुक्त कैसे रखें इन सब विषयों पर भी विचार विमर्श किया अधिवेशन के दौरान चिकित्सकों ने मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाली बीमारियों के बारे में चर्चा की और उन्होंने कहा कि लो कम से कम मोबाइल फोन का प्रयोग करें और अपने छोटे बच्चों को बहलाने व खुश करने के लिए मोबाइल देकर उनकी आदतों को ना बिगाड़े और हो सके तो रात में मोबाइल फोन बंद कर अपने परिवार के लोगों से संवाद करें जिससे आप तनाव मुक्त हो सके उपस्थित चिकित्सकों ने कहा कि मानसिक रोग से छुटकारा पाने के लिए हंसना अपनी आदत में शामिल करें जिससे तनाव को कम किया जा सके चिकित्सकों ने कहा कि आज समाज में मानसिक समस्याएं पहले से ज्यादा बड़ी है इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए समापन के अवसर पर देवा फाउंडेशन के निर्देशक डॉक्टर वेणु गोपाल झवर ने देश विदेश से आए चिकित्सकों के प्रति अपना आभार जताया और उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है की काशी में इतनी बड़ी संख्या में मनोज चिकित्सकों का मेला लगा और कई नई जानकारियां से लोग रूबरू हुए इस अवसर पर डॉक्टर मोहिनी झवर डॉक्टर राजेश नागपाल डाक्टर तनु कांत मित्तल डॉक्टर इंदिरा शर्मा अभी कान डिसूजा डॉ अविनाश देसाई डॉ तनु सिंह आदि लोग उपस्थित थे!