आदित्य सोनी
रेनुकूट/पिपरी (सोनभद्र)। नगर पंचायत रेनुकूट/पिपरी के अंतर्गत आने वाले लोगो का नही बन रहा जाति, आवास, आय प्रमाण पत्र, क्यो रोका जा रहा, क्या पूरे प्रदेश के लिये आदेशित है अथवा अधिकारी अपनी मनमानी कर सरकार के योजनाओ और मंशा पर कालिख पोतने का कार्य कर रहे है। दोनों नगरों में क्रमशः लोग बाहर से नौकरी पेशा से जुड़े लोग है जो लगभग 40 से 50 वर्षो से यही बस गए हैं आज उनका
सारा जीवोतकोपार्जन नगर में ही है या कहे अब सारा जीवन गुजर-बसर यही का हो गया, इसी नगर के विकाश में अब उनका योगदान रह गया, जिससे अब उनका सारा निवास, आय, जाति प्रमाण पत्र यथावत दुद्धी तहसील से ही निर्गत होता रहा है जिसमे कभी किसी को कोई परेशानी नही हुई, किन्तु अधिकारियों के नये-नये नियम उन्हें परेशान करने लगे, कुछ माह से इन नगरों के निवासियों का निवास, आय, और जाति प्रमाण पत्र पूर्णतया बन्द कर दिया गया लोग सीएससी सेंटर पर जाकर फार्म भर रहे और अधिकारी गण निरस्त कर दे रहे है जिससे उनका फार्म भरने का भी पैसा डुब जा रहा। इस
समय ज्यादातर छात्र परेशान है क्योंकि उन्हें दूसरे कालेजो में प्रवेश लेना है, फीस में छूट के लिए फार्म भरना है जाति प्रमाण पत्र जमा करना है मगर सब रुका हुआ है, इस एवज में जब लेखपाल फिरदौस से बात की गई तो बताया तहसीलदार रोक लगाए है और जब एसडीएम शैलेन्द्र मिश्रा से बात हुई तो कहे निवास भेजवाईये हम बना देंगे। लेखपाल ने बताया कि बहुत से लोग दूसरे प्रदेशों में किसी और जाति में आते है मगर यहाँ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति में बनवाते है जिससे जाँच होने पर नपते तो हम लोग है कितने कम्पनियो में मोती रकम तनख्वाह उठा रहे लेकिन आय हमेशा बहुत कम दिखाकर आय प्रमाण पत्र बनवाते है , हा परेशानी जरूर ठेले, खोमचे, डेली मजदूरी, वालो को हो रही मगर क्या करे अधिकारी रोके है।