पिपरी-सोनभद्र(आदित्य सोनी)। श्री चित्रगुप्त मन्दिर पिपरी में शरद नवरात्र दिन बुधवार भगवान चित्रगुप्त, मां दुर्गा तथा राम दरबार की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठित की गई। वहीं सुबह विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों भक्त नाचते-गाते भगवान चित्रगुप्त की जय-जयकार करते चल रहे थे। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मूर्ति स्थापित हुई। फिर हवन के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
चित्रांश सेवा समिति पिपरी रेणुकूट परिक्षेत्र समेत अन्य कायस्थ सभाओं के तत्वावधान में व्यक्ति के कर्मो का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित की गई। मंदिर प्रांगण से सुबह 8 बजे भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो पिपरी चौराहे होते हुए मंदिर प्रांगण पर ही खत्म हुई। कलश यात्रा में शामिल भक्त भगवान के जयकारे लगाते चल रहे थे। शाम 5 बजे तक मंदिर प्रांगण में मां दुर्गा भगवान चित्रगुप्त तथा राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। मंदिर के पुजारी विजय कुमार शास्त्री ने विधिवत तरीके से सनातनी रीति-रिवाजों से पूजा-अर्चना संपन्न कराई। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन हुआ। इसके बाद भगवान का प्रसाद बांटा गया। वहीं विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद चखा। भक्त मुकुल श्रीवास्तव ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त की मूर्तियों के साथ साथ मां दुर्गा एवम श्री राम दरबार की स्थापना कई मंदिर में हो चुकी है। संपूर्ण मानव जाति के भविष्य के निर्धारक और हमारे कर्मो का लेखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त ही हैं। उनके पूजन के बिना कोई कार्य संभव नहीं है। मूर्ति स्थापना के लिए पिछले तीन दिनों से पूजा अर्चना चल रही थी। मंदिर में हुए कार्यक्रम में न सिर्फ रेणुकूट पिपरी परिक्षेत्र बल्कि सोनभद्र से कई कायस्थ परिवार आए थे।
यहां प्रमुख रूप से चित्रांश सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, चित्रगुप्त सेवा समिति के संरक्षक सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, धीरज श्रीवास्तव, आयुष श्रीवास्तव, प्रशान्त श्रीवास्तव, रवि श्रीवास्तव, डॉ राजीव रंजन, डॉ सक्सेना, विवेक श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, रतन श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, श्रीमती रागिनी श्रीवास्तव, श्रीमती मीनाक्षी श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव, वैभवी कुमारी श्रीवास्तव, श्री मति दीपा सिन्हा, श्री मति ज्योति श्रीवास्तव, श्री मति नमिता श्रीवास्तव, अक्षत श्रीवास्तव एवम श्री चित्रगुप्त मंदिर पूजा समिति के अध्यक्ष मुकुल श्रीवास्तव, मणिशंकर सिन्हा, आशीष श्रीवास्तव, धीरज श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, शलज श्रीवास्तव, हृदयेंद लाल श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।