सोनभद्र। सवर्णों के हक की आवाज बनकर पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश पांडेय जी के जनपद आगमन को लेकर जहां युवाओं में उत्साह दिखा। स्वर्ण आर्मी के मुखिया के आगमन पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उदघोष करते समाज के लोगों ने चंडी होटल तिराहे पर स्वागत माल्यार्पण किया। इसके पश्चात समाज के लोगों का जुलूस नगर से होते हुए स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह पहुंचा ।प्रेक्षागृह में स्वर्ण समाज के सर्वेश पांडेय ने सैकड़ो युवाओं और वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक की। मुख्य अतिथि के रूप में सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय ,विशिष्ट
अतिथि सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव ठाकुर शिवम सिंह व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोपाल पांडेय रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सवर्ण आर्मी के जिलाध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे ने अतिथियों का मंच से स्वागत किया।स्वागत के क्रम में जिला सचिव राजू चौबे,सावित्री देवी,रवि प्रकाश चौबे ने माल्यार्पण स्वागत किया।
कार्यक्रम का सम्बोधन करते हुए सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोपाल पाण्डेय ने सभा को सम्बोधित करते हुए सवर्णो को अहंकार का त्याग कर एकजुट होने का आह्वाहन किया । राष्ट्रीय महासचिव ठाकुर शिवम सिंह ने वर्तमान समय
मे सवर्णो पर हो रहे अत्याचार के प्रतिकार के लिये एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिये आगे आने की बात पर जोर दिया। अपने संबोधन में अध्यक्ष सर्वेश पाण्डेय ने सवर्णो पर हो रहे अत्याचार को बताते हुए कहा कि समाज का दुर्भाग्य है कि जब समाज और कोई संकट आता है तो कोई दल या कोई संघठन आगे नहीं आता। सभा को सम्बोधित करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा इस सम्मेलन का उद्देश्य सोनभद्र में समाज के उत्थान के साथ आये दिन होने वाली उत्पीड़न के खिलाफ एक संघर्ष करने की बात कही। देश मे इन दिनों एक नए चलन का उल्लेख करते हुए कहा कि आजकल हर कोई सवर्णो को अपशब्द कह शॉर्टकट में नेता बनने का काम कर रहे हैं। और वो लोग हमारे ऊपर जातिवाद का आरोप लगाते है जो सरकार का दिया जातिवाद के प्रमाण पत्र लेकर घूम रहे हैं। एससी एसटी एक्ट के दुरुपयोग के उल्लेख करते हुए सबके लिये एक समान कानून की आवाज उठाने का आह्वान किया। देश मे इतिहास के साथ खिलवाड़ की बात कहते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि जब देश मे मौर्य , मुगलो ,अंग्रेजों का लम्बे समय तक राज रहा तो फिर सवर्णो पर अत्याचारी होने का मिथ्या आरोप लगाया जाता है। जिसका किसी राजनैतिक दल ने विरोध नही किया।समस्या हमारी है तो लड़ाई भी हमे ही लड़नी पड़ेगी। बिना नाम लिये श्री पाण्डेय ने कहा इसी जनपद में एक जनप्रतिनिधि ने ब्राम्हणों और क्षत्रियो को गाली दी जिसके विरोध में तमाम साथियों ने एफआईआर लिखवाई , जमकर विरोध किया लेकिन किसी राजनैतिक दल ने इसका विरोध नही किया। समाज का नेता और हितैषी वो होता है जो लोगों की सामाजिक , राजनैतिक और आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिये आगे आये।समाज के युवाओं का आह्वान किया कि 25 वर्ष तक नौकरी के लिये कड़ी मेहनत करे और इसके बाद व्यापार की ओर उन्मुख हो ताकि आपको अपने पूर्वजो की जमीन न बेचनी पड़े। युवाओं को संदेश देते हुए श्री पांडेय ने कहा आप आज से 20 -30 वर्ष पूर्व अपने परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्तर की तुलना आज से कीजिए और अपना लक्ष्य तय कीजिये। व्यक्तिगत लड़ाई व्यक्तिगत होनी चाहिये समाज के उत्थान के लिये अहंकार का त्याग करके आगे आना चाहिए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रवि प्रकाश चौबे, राजू चौबे,विपिन पांडेय,दीपक पण्डित,ऋषि झा,लोकेश उपाध्याय,तारा शुक्ला,सुमित तिवारी,प्रशांत मिश्रा,विक्की पांडेय,समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।