शारिरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है मेडिटेशन- अजीत यादव

ओमप्रकाश रावत

विंढमगंज (सोनभद्र)। विंढमगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत महुली गांव अग्रणी शिवम इंटर कॉलेज में शिक्षा को बेहतर और प्रभावशाली बनाने हेतु सरकार सहित अन्य संस्थाओं द्वारा भी अनेक प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें छात्र छात्राओं का सर्वांगीण विकास के साथ ही शारिरिक एवं मानसिक विकास हो सके।क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में अग्रणी शिवम ईटर कालेज में भी एक नई व्यवस्था के अंतर्गत बच्चों के दैनिक पाठ्यक्रमों के साथ मेडिटेशन को जोड़ा है। मेडिटेशन जिसे हिंदी भाषा में ध्यान कहा जाता है। ध्यान से तनाव ही नही पीठ का दर्द,लकवा,मांसपेशियों में खिंचाव,मधुमेह व अस्थमा जैसे उपचार भी सम्भव है। इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर इसके

लिए अलग से क्लास की व्यवस्था की गई है जिसके तहत आज विद्यालय के प्रवन्धक अजीत यादव ने स्वयं छात्रों के साथ मेडिटेशन की कक्षा प्रारम्भ की। इसी क्रम में छात्रों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मेडिटेशन एक अभ्यास है जिसमें कोई व्यक्ति एक तकनीक का उपयोग करके जैसे माइंडफुलनेस, किसी विशेष वस्तु,विचार या गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करता है ताकि फोकस और अवेयरनेस को बढ़ाया जा सके।एकाग्रता बढ़ाने का सर्वोत्तम उपाय मेडिटेशन ही है।इसका अभ्यास एक व्यक्ति को मानसिक रूप से स्पष्ट बनाता है और भावनात्मक रूप से शांति और स्थिरता प्रदान करता है। बताया कि याददाश्त बढ़ाने, मन मस्तिष्क को एकाग्र करने आत्मविश्वास बढ़ाने और आज के प्रतिस्पर्धी वातावरण को दवाओं का सामना करने के लिए ध्यान की शक्ति महत्वपूर्ण सिद्ध होती है।इसे हम सभी को अपने दैनिक जीवन की आवश्यक पहलू मानकर इसे क्रियान्वित करने की आवश्यकता है।इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य त्रिभुवन सिंह, अवधनारायण यादव,सुमन्त चौबे, अनूप कन्नौजिया, अखिलेश गुप्ता, बैजन्ती शर्मा, वीरेंद्र कुमार सहित अन्य अध्यापक उपस्थित रहे।

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