पत्रकारिता में जिज्ञासा भाव प्रबल: डा॰ नीलकंठ तिवारी


काशी पत्रकार संघ की वार्षिकी का विमोचन
वाराणसी, 12 जुलाई। मीडिया किसी भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का प्रमुख व्यवसाय है। पत्रकारिता में जिज्ञासा भाव प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल है। यह विचार आज पराड़कर स्मृति भवन में शहर दक्षिणी के विधायक व पूर्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा॰ नीलकंठ तिवारी ने काशी पत्रकार संघ की वार्षिकी-2022 के लोकापर्ण करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दायित्व
बोध कराना मीडिया का काम है। संघ की सुन्दर और आकर्षक वार्षिकी में बहुत सुन्दर तरीके से वाराणसी के सांस्कृतिक पक्ष को समेटा गया है। कहा कि सम्पादकाचार्य बाबूराव विष्णु पराड़कर जी की स्मृति में स्थापित पराड़कर स्मृति भवन मीडिया का तीर्थ स्थल है। उन्होंने काशी की पत्रकारिता के इतिहास को कालजयी बनाते उसके लेखन पर बल दिया। यह भी बताया कि पत्रकारों के लिए आयुष्मान योजना लागू करने पर सरकार विचार कर रही है। स्वागत और संचालन संघ के महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज ने और अध्यक्षीय उद्बोधन अध्यक्ष सुभाषचन्द्र सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन रोहित चतुर्वेदी ने किया। पूर्व अध्यक्ष सर्वश्री कृष्णदेव नारायण राय, योगेश कुमार गुप्त, राजनाथ तिवारी, पूर्व महामंत्री रामात्मा श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव सहित उपाध्यक्ष कमलेश चतुर्वेदी, नागेन्द्र पाठक, अशफाक सिद्दीकी, आलोक श्रीवास्तव, प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंदन रूपानी, मंत्री पंकज त्रिपाठी ने विचार रखे। इस अवसर परसर्वश्री काशी पत्रकार संघ के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम चतुर्वेदी राधेश्याम कमल, सुनील शुक्ला, राजेन्द्र यादव, जियालाल, जगधारी, राजेश सेठ, सुरेन्द्र नारायण तिवारी, अरविन्द यादव, हरिबाबू श्रीवास्तव, विमलेश चतुर्वेदी, बच्चा गुप्ता, मुन्नालाल साहनी आदि लोग उपस्थित रहे।

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