याद आ रही 56 साल साथ देने वाली जीवनसंगिनी: मिथिलेश द्विवेदी
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव) । मीडिया फोरम ऑफ इंडिया न्यास के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रख्यात पत्रकार मिथिलेश
प्रसाद द्विवेदी जी की स्वर्गवासी धर्म पत्नी पार्वती द्विवेदी की प्रथम पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उनके अखाड़ा मुहाल, राबर्ट्सगंज स्थित आवास पर स्मरण कार्यक्रम के माध्यम से याद किया गया । साहित्यकारों- पत्रकारों के जुटान में कवि हृदय पत्रकारों के चाचाजी कहे जाने वाले मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने अपनी गोलोकवासी पत्नी के 56 साल के साथ को याद करते हुए उन्हें सुख दुःख में साथ निभाने वाला ऐसा जीवन साथी बताया जिसे वे अगले जन्म में भी साथ रहने की
प्रबल अभिलाषा जाहिर की । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला कार्यवाह बृजेश सिंह ने ढांढस बढ़ाते हुए श्रीराम- सीता लव व कुश के प्रसंग का उल्लेख किया और कहा कि जीवन नश्वर है । सोन साहित्य संगम के संयोजक राकेश शरण मिश्र ने पार्वती जी के वात्सल्य स्नेह और आत्मीयता को याद किया । दिवाकर द्विवेदी मेघ विजयगढ़ी , कवि सरोज सिंह ने अपनी रचना के माध्यम से उन्हें नमन किया । प्रसिद्ध गीतकार डॉ रचना तिवारी ने रुँधे गले से स्वर्गीय पार्वती के जीवन के संघर्षों और उनके अपनत्व को रेखांकित किया । किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य एवं साहित्यकार पंडित ओम प्रकाश त्रिपाठी ने स्मृति शेष पार्वती द्विवेदी को सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक तथा सनातन संस्कृति की प्रतिमूर्ति बताते हुए कहां की जीवनसंगिनी के जाने के बाद आदमी को जीवन अधूरा महसूस होने लगता है। राजेश द्विवेदी राज ,अनिल कुमार मिश्रा, उमापति पांडेय, राकेश सिंह , प्रभात सिंह चंदेल , अशोक कुमार पांडेय, प्रमोद दुबे, दुर्गेश आनंद द्विवेदी, श्रृंगेश आनंद द्विवेदी और अभिनव ज्योति आदि ने प्रथम वर्षी पर स्वर्गीय पार्वती जी के कृतित्व व्यक्तित्व को अनुकरणीय बताया और कहा कि वे गृहस्थ जीवन के लिए एक उदाहरण छोड़ कर गई है । उन्हें उनकी पहली पुण्यतिथि पर नमन करने वालो मे बहुएं ,पोते -पोतियां , बेटियां दामाद नाती नतिनी और पड़ोसी समेत इष्ट मित्र शामिल थे । स्मरण गोष्ठी के पूर्व बड़े बेटे एवं बहू ने श्री सत्यनारायण ब्रत कथा का श्रवण किये । आरती हवन के पश्चात स्मृति शेष पार्वती जी
के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दीगई । गोष्ठी का संचालन पत्रकार भोलानाथ मिश्र ने किया ।