मां वैष्णो शक्तिपीठ धाम में रामनवमी को उमड़ा भक्तों का रेला

सुबह से देर शाम तक मंदिर परिसर में चल रहे भंडारे में हजारों भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव) । जनपद के नगर पंचायत डाला परिक्षेत्र में अवस्थित सुविख्यात मां वैष्णो मंदिर शक्तिपीठ धाम बाड़ी में चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि रविवार को दर्शन पूजन के लिए श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। मां के दरबार में उमड़े श्रद्धालुओं ने आराधना कर सुख-शांति की कामना की। इस दौरान मंदिर परिसर देवी के जयकारे से गूंजता रहा। वही अग्रवाल धर्मार्थ सेवा समिति द्वारा सुबह दस बजे से भंडारा प्रारंभ कर दिया गया जो देर शाम तक चलता रहा। सुबह कपाट खुलते ही पूजन आरती के बाद मां की एक झलक पाने के लिए अनवरत कतार लगी रही। हाथों में नारियल चुनरी लेकर जयकारा लगाते हुए श्रद्धालु आगे बढ़ते रहे।चिलचिलाती

धूप में भी आस्था भारी रही मुख्य मार्ग से मंदिर तक भक्तों की भीड़ कतारबद्ध होकर लगी रही । देवी धाम का हर कोना घंट घड़ियालों व माता के जयकारे से गूंजायमान होता रहा। मंदिर के पुजारी मिथिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि आज चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि है, यह तिथि महानवमी के नाम से प्रसिद्ध है। महानवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि विधान से की जाती है। मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से व्यक्ति को कार्य सिद्धि प्राप्ति होती है, साथ ही शोक, रोग एवं भय से

भी मुक्ति मिलती है। देव, गंदर्भ, असुर, ऋषि आदि भी सिद्धियों की प्राप्ति के लिए मां सिद्धिदात्री की आराधना करते हैं। देवों के देव महादेव भी इनकी पूजा करते हैं। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को राम नवमी के नाम से जाना जाता है। नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री के साथ भगवान राम की भी पूजा की जाती है। अग्रवाल धर्मार्थ सेवा समिति के आयोजकों ने बताया कि सुबह दस बजे से भंडारा प्रारंभ कर दिया गया जो देर शाम तक चला भंडारे में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। सुरक्षा व्यवस्था में चौकी प्रभारी मनोज कुमार ठाकुर मय पुलिस फोर्स के साथ डटे रहे।

Translate »