टूटी पुलिया, फूटी किस्मत पर पांच वर्षों से आँशु बहा रहे नगराज के ग्रामीण

पांच वर्षों में नही आये सुधि लेने जनप्रतिनिधि

1500 आबादी वाले पांच टोले में ग्रामीणों की मद्दत के चार माह नही पहुच पाती 112 नम्बर व एम्बुलेंस

अगर वोट लेना है तो शपथ पत्र ले कर आये प्रत्याशी

म्योरपुर विकास खण्ड के पिण्डरी गांव स्थित बिच्छी नदी का मामला

म्योरपुर/पंकज सिंह

म्योरपुर विकास खण्ड के पिण्डरी गांव स्थित पिण्डरी नगराज,सतपेड़वा,टेकुआ,गेनाड़ार, मनरहवा,कैम्हाड़ार टोले को जोड़ने वाली रोड़ को करीब 6 वर्ष पहले समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत गांव के बीच से गुजरने वाली बिच्छी नदी पर एक पुलिया का निर्माण कराया गया था रोड़ बनी पुलिया भी बना ग्रामीणों का आना जाना भी शुरू हो गया लेकिन बरसात आते ही नवनिर्मित पुलिया निर्माण के छः माह बाद ही बारिश होने से जल समाधि ले लिया जिससे ग्रामीणों की समस्या ज्यो की त्यों ही बनी रही। गांव के पूर्व प्रधान मोनू जायसवाल द्वारा सांसद, विधायक,जिलाधिकारी तथा तहसील दिवस में कई बार प्राथना पत्र देकर पुनः पुलिया निर्माण की मांग किया गया लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी अधिकारी, जन प्रतिनिधियो की नजर इस समस्या पर नही पड़ी गांव के श्याम मनोहर यादव का कहना है कि इस बार हम ग्रामीण मतदान का बहिष्कार करेंगे जब हम लोगो का कोई सुनने वाला ही नही है तो क्या करेंगे वोट दे कर वर्तमान विधायक पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक विधायक इस समस्या को देखने नही आये राजेश कुमार बताया कि हम इस बार वोट करने जाएंगे ही नही हम इसी शर्त पर वोट करेंगे जितने भी प्रत्याशी है वे हमारे गांव में आकर लिखित रूप में दे कि हम विधायक बन जाएंगे तो पुलिया निर्माण करेंगे जब तक सब प्रत्याशियों द्वारा लिखित में शपथ पत्र हम लोग को मिलेगा तब हम फैसला करेंगे कि कौन प्रत्याशी कितना योग्य है और किसे वोट किया जाए अभी हम लोग वोट करने के मूड में नहीं है गांव के बुजुर्ग रामलगन बताते है कि यह पुलिया कई वर्षों से टूटा है बरसात में हम लोग स्वयं लकड़ी का पुल बनाकर पानी को पार करते हैं तब कहीं जाकर हम लोग उस पार जा पाते हैं नहीं तो 40 किलोमीटर हमें अतिरिक्त घूम कर नदी के उस पार जाना पड़ता है।गांव की प्रभावती बताती है जो भी जनप्रतिनिधि हम लोगोके बीच से बना वह हमारी समस्या को नहीं समझ सका अब जो भी जनप्रतिनिधि हमसे वोट मांगने आएगा हम उससे लिखित में ले लेंगे तथा जिसे योग्य समझेंगे उसी को अपना वोट देंगे कक्षा 12 में पढ़ने वाली पुष्पा बताती है कि पानी भर जाने के कारण हम लोग तीन से चार महीने स्कूल जाने से वंचित हो जाते हैं स्कूल अगर जाना है तो हमें 40 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है क्योंकि जंगली क्षेत्र होने के कारण घर वाले हमें दूसरे रास्ते से स्कूल जाने नहीं देते हमारे गांव में एम्बुलेंस तथा झगड़ा लड़ाई होने पर 112 नम्बर पुलिस भी नही आ पाती है बहुत जटिल समस्या है। गांव के श्याम मनोहर यादव,मुन्नी लाल,परशराम,राजेश कुमार,प्यारे लाल,राम लाल,रामेश्वर,पवन,आदि ने जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए जल्द से जल्द पुलिया निर्माण कराए जाने की मांग की है।

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