क्रांति पथ पर बनेगा स्मृति द्वार- घोरावल विधायक

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- ऊँचडीह में एक भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण होगा जिस पर क्रांति पथ से जुड़े सभी एक दर्जन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का नाम अंकित होगा, यह घोषणा विधायक अनिल कुमार मौर्या ने रविवार को तियरा स्थित गौरव वाटिका में किया। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक पँ महादेव चौबे की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयघोष भी किया। रविवार को दस बजे विधायक का काफिला मड़ई तियरा स्थित गौरव वाटिका पहुंचा जहां विजय शंकर चतुर्वेदी ने उन लोगों का स्वागत किया। सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण के पश्चात उन्होंने कहा कि ऊँचडीह में बनने वाले प्रवेश द्वार पर बड़े अक्षरों में क्रांति पथ भी लिखवाया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार और शहीद उद्यान ट्रस्ट के चेयरमैन विजय शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि इस मार्ग पर स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक पँडित महादेव चौबे व सेनानीगण प्रभाशंकर शर्मा, देवेन्द्रनाथ चौबे, गौरीशंकर देव पांडेय, बालगोविंद पांडेय, अक्षयवर उपाध्याय, कालीचरण शुक्ल, राधा प्रसाद शर्मा, मटुकधारी पांडेय, यज्ञनरायन सिंह, रामप्रताप सिंह व लाल सिंह जैसे सेनानियों के गांव स्थित हैं। इसी मार्ग पर पड़ने वाले गांव देवरी खुर्द में वर्ष 1930 में अंग्रेजों का विरोध करते हुए नमक कानून भंग किया गया था, देवरी कला के दूधनाथ पांडेय परिवर्तन समाचार पत्र में कम्पोजर थे और अंग्रेजों से छिपकर रात में ही अखबार बाँट दिया करते थे। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि 1941 के व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन में पँडित महादेव चौबे अपने दोनों पुत्रों सहित कड़ी कारावास की यातना झेल रहे थे फिर भी अंग्रेजों का जुल्म कम नहीं हो रहा था और कच्चे घर को भी जमींदोज कर दिया गया था, जीवन यापन के लिए श्रीमती शिवकुमारी चौबे ने एक मड़ई बनाई, तभी से यह स्थान मड़ई नाम से जाना जाने लगा। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि यह क्रांति पथ सिर्फ सोनभद्र का नहीं बल्कि देश का गौरवपथ है।

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