युवाओं ने मनाई महात्मा गांधी और शास्त्री जी की जयंती

सत्यदेव पांडेय/सुऐब अहमद

डाला-सोनभद्र- नगर के युवाओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 152 वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 118 वीं जयंती पर गोष्ठी व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूर्व छात्र संघ महामंत्री अनिकेत श्रीवास्तव ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के बारे में बताते हुए कहा कि भारत की स्वतंत्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रिमंडल (मन्त्रिमण्डल) में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मंत्रालय सौंपा गया। परिवहन मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रण (नियन्त्रण) में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारंभ (प्रारम्भ) कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमंत्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमंत्री का पद भार ग्रहण किया। इसी क्रम में युवा समाजसेवी अंशु पटेल ने बताया कि भारत मां के लाल पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हो गया। इससे तीन वर्ष पूर्व चीन का युद्ध भारत हार चुका था। शास्त्रीजी ने अप्रत्याशित रूप से हुए इस युद्ध में नेहरू के मुकाबले राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी। ताशकंद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इसी क्रम में प्रशांत पाल उर्फ़ पिंटू ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी उर्फ़ मोहनदास करमचन्द गांधी जी का जन्म आज ही के दिन 1869 में हुआ था। भारत एवं भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। युवाओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की तस्वीर पे पुष्प अर्पित कर गोष्ठी व नारेबाजी के साथ बहुत ही हर्षोल्लास के साथ जयंती मनाई। इस दौरान अवनीश पांडे उर्फ़ डबलू, श्रीकांत पांडे, राकेश जायसवाल उर्फ़ बच्चा, अहमद हुसैन आदि मौजूद रहे।

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