सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- सोनभद्र जनपद मिर्जापुर से पृथक होकर 4 मार्च, 1989 को अस्तित्व में आया उसके पहले ही सूबेदार प्रसाद 1977 में जनतापार्टी से रॉबर्ट्सगंज विधानसभा से चुनाव जीतकर ग्रामीण उद्योग राज्य मंत्री बने थे। समाजवादी पार्टी से दुद्धी विधानसभा से चुनाव जीतकर कद्दावर नेता विजय सिंह गोंड़ राज्यमंत्री का दर्जा पाए थे, उस समय प्रदेश में मुलायम सरकार थी। अब 2021 में योगी सरकार में ओबराविधानसभा से निर्वाचित विधायक संजीव गोंड़ राज्य मंत्री बनाए गए हैं। इसके पूर्व बीजेपी के नरेश पासवान को प्रदेश सरकार ने अनुसूचित आयोग का उपाध्यक्ष बनाया है जो राज्यमंत्री के स्तर का है। श्रवण कुमार वन्यजीव आयोग के सदस्य मनोनीत किए गए है।
जनपद के जिन अन्य जनों को लोकसभा और विधानसभा में चुने जाने का अवसर अब तक मिला है उनमें सांसद रूपनारायण 1952, 1957, रामस्वरूप राम, शिवसम्पत राम, रामप्यारे पनिका, सूबेदार प्रसाद, रामशकल, भाई लाल कोल, लाल चंद कोल, पकौड़ी लाल कोल, कुँवर छोटे लाल। विधायक दुद्धी हरिराम चेरो संविधान के प्राविधान ऐसे न रहे होते तो शायद समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े अन्त्यजों को निर्वाचित होने का अवसर न मिला होता । आरक्षण का ही सुखद परिणाम है कि संजीव गोंड़़ तीसरे ऐसे विधायक है जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल होकर सरकार का अंग बनने का अवसर मिला है।