*एक सप्ताह का अभियान चलाकर गांव में शौचालय विहीन आवासों को चिन्हित कर आगामी एक माह के अंदर शौचालय निर्माण सुनिश्चित कराएं-पंचायती राज राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
*गांव में अब जिन आवासों में शौचालय नहीं है, वहां अब सरकारी शौचालय ही बनाया जाना है*
*गांवों में राज्य वित्त, 14वां वित्त, ग्राम निधि, नरेगा एवं मनरेगा से कराए गए कार्यों को ग्राम सभा के पंचायत अथवा विद्यालय भवन दीवारों पर वर्षवार सूचनाएं लिखवाई जाए*
*गांव में बनने वाले मिनी सचिवालय को तत्काल क्रियान्वित कराया जाए*
*गांव में कराए जा रहे कार्यों में जीरो टॉलरेंस हो
पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के खेल, युवा कल्याण, एवं पंचायती राज विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी ने गांव के प्रत्येक आवासों को शौचालयों से आच्छादित किए जाने पर विशेष जोर देते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक सप्ताह के अंदर रेंडम जांच कर शौचालय विहीन आवासों को चिन्हित करा कर आगामी एक माह प्रत्येक दशा में उसे आच्छादित किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि 15-20 दिनों के अंदर वे पुनः वाराणसी आएंगे और गांवों का स्थलीय दौरा करेगे। निरीक्षण के दौरान शौचालय विहीन आवास मिले तो गांव के सेक्रेटरी एवं ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के खेल, युवा कल्याण, एवं पंचायती राज विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी शुक्रवार को सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि गांव में अब जिन आवासों में शौचालय नहीं है, वहां अब सरकारी शौचालय ही बनाया जाना है। ग्राम सभाओं में बनने वाले मिनी सचिवालय को तत्काल प्राथमिकता पर क्रियान्वित कराया जाए। प्रत्येक विकास खंड में 15-20 स्थलों को चिन्हित कर वहां पर ओपन जिम बनाया जाए। गांवों में राज्य वित्त, 14वां वित्त, ग्राम निधि, नरेगा एवं मनरेगा से कराए गए कार्यों को ग्राम सभा के पंचायत अथवा विद्यालय भवन दीवारों पर वर्षवार सूचनाएं लिखवाई जाए। ताकि कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने जीरो टॉलरेंस पर विशेष जोर देते हुए कहां की गांवों में बनाए गए सीसी रोड, नाली निर्माण आदि कार्यो पर दोबारा-तिबारा भुगतान किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को अधिकारियों की टीम गठित कर रैंडम जांच कराए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि गड़बड़ी मिले तो जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई अवश्य किया जाए। इसमें किसी भी दोषी को किसी भी दशा में बख्सा न जाए। उन्होंने गांव में स्वच्छता कार्यक्रम पर विशेष जोर देते हुए सफाई कर्मियों की रेंडम ड्यूटी लगाए जाने का निर्देश देते हुए मौके पर सफाई कर्मियों की उपस्थिति की भी रेंडम जांच कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि ग्राम प्रधानों के मिलीभगत से अपनी ड्यूटी न करने वाले सफाई कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किया जाए। हॉट मिक्स प्लांट से गांव में बनने वाले सड़कों की गुणवत्ता की जांच रेंडमली कराए जाने का उन्होंने निर्देश दिया। कोरोना काल में गांवों में आए प्रवासियों को उनकी इच्छा एवं उनकी कार्य दक्षता के अनुरूप रोजगार मुहैया कराए जाने पर मंत्री उपेंद्र तिवारी ने विशेष जोर देते हुए कहा कि यदि कोई प्रवासी रोजगार करना चाहे, तो उद्योग विभाग से संपर्क कर उसकी भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को गांवों में प्रवासियों के साथ संवाद स्थापित किए जाने पर विशेष जोर दिया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुलगी, पीडी डीआरडीए, उपनिदेशक पंचायत, जिला पंचायत राज अधिकारी, सभी खंड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत आदि आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।