*वर्तमान में बिना किसी भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ लोगो को नौकरी मिल रही है- मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश*
*जिसमे कोई जातिवाद, भाई- भतीजावाद, क्षेत्रवाद व भ्रष्टाचार नहीं है*
*उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में कोई भी प्राथमिक विद्यालय अध्यापक विहीन नहीं है-योगी आदित्यनाथ*
*प्राथमिक विद्यालयों द्वारा बच्चों में शिक्षा की नींव रखी जाती है*
*प्राथमिक विद्यालयों में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए डिजिटली व्यवस्था लागू की गई है-सीएम*
*50,000 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प हो भी चुका है*
*नवरात्रि से एक दिन पूर्व नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है कि महिलाओं के रूप में साक्षात देवी खुश रहें- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*
*मुख्यमंत्री की हमेशा सोच रही है कि प्राथमिक विद्यालय का स्तर एवं शिक्षा व्यवस्था कान्वेंट विद्यालयों से ऊपर हो- खेल, युवा कल्याण एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार)*
*उत्तर प्रदेश की सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है, जिसने प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को निःशुल्क ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर आदि उपलब्ध कराया-उपेंद्र तिवारी*
*वाराणसी के 230 एवं जौनपुर के 1600 चयनित सहायक अध्यापकों को मंत्री उपेंद्र तिवारी ने उपलब्ध कराएं नियुक्ति पत्र*
*नियुक्ति पत्र प्राप्त करते ही चयनित सहायक अध्यापकों के चेहरे चमक उठे*
*योगी सरकार के सार्थक प्रयास एवं पारदर्शी व्यवस्था का परिणाम है कि 31277 लोगो को सहायक अध्यापक के रूप में मिल सकी सरकारी नौकरी- नवनियुक्त सहायक अध्यापिका रिशा कुमारी
पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहां की विगत 3.5 वर्षों में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में अमूल परिवर्तन हुआ है। उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों से शासन की मंशा के अनुरूप बेसिक शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन के उद्देश्य के अनुरूप अपने कर्तव्यों का ईमानदारी के साथ निर्वहन करते हुए बच्चों को शिक्षा दिए जाने का वायदा लिया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों द्वारा बच्चों में शिक्षा की नींव रखी जाती है। बच्चों का नींव मजबूत होगा तो वे जीवन में सफल होंगे। उत्तर प्रदेश के 159000 प्राथमिक विद्यालयों में कायाकल्प कार्यक्रम योजना लागू है तथा 50,000 से अधिक विद्यालयों का कायाकल्प हो भी चुका है। प्राथमिक विद्यालयों में सभी बुनियादी सुविधाओ उपलब्धता सुनिश्चित करा दी गई है तथा ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित की जा रही है। प्राथमिक विद्यालयों में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए डिजिटली व्यवस्था लागू की गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में चयनित 31277 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र का वितरण कार्यक्रम का लखनऊ से डिजिटली शुभारंभ करने के पश्चात नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद कर रहे थे। वाराणसी की नवनियुक्त शिक्षिका रिशा कुमारी से संवाद वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि माता जगदंबा का पावन पर्व नवरात्रि को शनिवार से शुरू होने से एक दिन पूर्व नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है कि महिलाओं के रूप में साक्षात देवी खुश रहें। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए आज ऐतिहासिक दिन है की बेसिक शिक्षा परिषद को 31277 नवनियुक्त शिक्षक मिल रहे। उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में कोई भी प्राथमिक विद्यालय अध्यापक विहीन नहीं है। अगले 100 दिन में अभियान के चलाकर हर विद्यालय में शुद्ध पेयजल पाइप लाइन की व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाएगा। नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिना किसी भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ लोगो को नौकरी मिल रही है। जिसमे कोई जातिवाद, भाई- भतीजावाद, क्षेत्रवाद व भ्रष्टाचार नहीं है। योग्यता व दक्षता का कहीं भी उपेक्षा नहीं होना चाहिए। नवनियुक्त चयनित सहायक अध्यापकों की नियुक्ति पत्र वितरण में 6675 शिक्षामित्र भी हैं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यानी शिक्षामित्रों में योग्यता व क्षमता थी। लेकिन पिछली सरकारों ने इसे नहीं पहचाना। इन शिक्षामित्रों को निकालने के आदेश के बावजूद योगी सरकार ने एडवांटेज लेकर उनका मानदेय बढ़ाकर उनसे शिक्षा कार्य लिया। 69 हजार में से शेष लोगो की भी भर्ती प्रक्रिया के संबंध में प्रयास होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ से नवनियुक्त चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के पश्चात वाराणसी के कमिश्नरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी ने सोनल चतुर्वेदी, रिशा कुमारी, मनोज कुमार, प्रियंका सिंह एवं शशांक सिंह को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। नियुक्ति पत्र पाते ही नवनियुक्त सहायक अध्यापकों के चेहरे चमक उठे।इस अवसर पर मंत्री तिवारी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश की ओर अग्रसर है और निरंतर हर क्षेत्र में सुधार आया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक स्तर पर सुधार हुआ है। उन्होंने बेसिक शिक्षा में हुए सुधार का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की 159000 प्राथमिक विद्यालयों में पहले एक करोड़ 34 लाख बच्चे शिक्षारत रहे, किंतु वर्तमान में इन्हीं विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़कर एक करोड़ 80 लाख हो गई है। यानी 50 लाख बच्चों की संख्या बड़ी है। मुख्यमंत्री की हमेशा सोच रही है कि प्राथमिक विद्यालय का स्तर एवं शिक्षा व्यवस्था कान्वेंट विद्यालयों से ऊपर हो। उत्तर प्रदेश की सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है, जिसने प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को निःशुल्क ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर आदि उपलब्ध कराया। कॉन्वेंट विद्यालयों के बच्चों से से अच्छा ड्रेस प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को सरकार निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। निश्चित रूप से इससे बच्चों एवं अभिभावकों का मन बढ़ा है। इसका परिणाम है कि प्राथमिक विद्यालयों में 50 लाख से अधिक नए बच्चों की संख्या बढ़ी है। वाराणसी जनपद की चर्चा करते हुए मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि वाराणसी में कई ऐसे सरकारी प्राथमिक विद्यालय हैं जहां नामांकन के लिए मारामारी हैं। इतना ही नहीं वाराणसी जनपद के प्राथमिक विद्यालयों में तो “सीटें फुल है” का बोर्ड लगा दिया गया है।
इसी क्रम में मंत्री उपेंद्र तिवारी हरहुआ विकासखंड के कोईराजपुर स्थित संत अतुलानंद कन्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में वाराणसी जनपद के 230 तथा जनपद जौनपुर के 1600 नवनियुक्त चयनित सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराएं।
इस अवसर पर विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के अलावा पार्टी पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी सहित भारी संख्या में नवनियुक्त चयनित सहायक अध्यापक एवं उनके अभिभावक प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।