जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से ग्रह बताए कौन बनेगा आईपीएस….

धर्म डेक्स। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से ग्रह बताए कौन बनेगा आईपीएस….

आईएएस भारत में भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं आईपीएस भारतीय पुलिस सेवा में ऐसी सर्विस है, जिसमें हरेक युवा सफलता नहीं पा सकता है। इन परीक्षाओं को पास करने के लिए जिन ग्रहों का योगदान जन्म कुंडली में होना चाहिए, यहाँ हम उन ग्रहों के बारे में जानेंगे।

सूर्य आत्मा का कारक है। वहीं सभी ग्रहों में तेजस्वी दैदीप्यमान है। गुरु ज्ञान पृथक्‍करण का कारक है, वहीं बुध बुद्धि का कारक है। इन ग्रहों का आईएएस में सफलता दिलाने में बहुत बड़ा योगदान रहता है। आईपीएस में सबसे अधिक मंगल, गुरु व शनि का प्रभाव देखा गया है। ये तो ग्रहों की बात हुई, अब किसी लग्न वाली कुंडली में इन ग्रहों का किस स्थान में होना इसमें सफलता दिलाएगा। सर्वप्रथम आईएएस में सफलता वाले ग्रह व जन्म के बारें में जानेंगे।

वृषभ लग्न वालों में पंचम भाव में बुध, सूर्य साथ हो एवं उस पर गुरु की पूर्ण दृष्टि हो तो वह जातक आईएएस में सफल होता है। मेष लग्न हो और सूर्य बुध पंचम में व गुरु नवम भाव में हो तो वह जातक उच्च प्रशासनिक अधिकारी बनता है। कर्क लग्न में गुरु पंचम भाव में हो एवं सूर्य-बुध नवम भाव में हो तो ऐसा जातक प्रशासनिक व्यवस्था में सफल होता है। सिंह लग्न वालों के लिए गुरु पंचम में तथा सूर्य नवम में बुध के साथ होना चाहिए या फिर सूर्य बुध लग्न में हो व गुरु नवम भाव में हो तब वह आईएएस बनता है।

वृश्चिक लग्न वालों के लिए गुरु पंचम भाव में व सूर्य दशम में, बुध एकादश भाव में हो तो वह जातक भी कलेक्टर बनता है। धनु लग्न वालों के लिए गुरु लग्न में हो, सूर्य नवम में व मंगल पंचम में बुध दशम भाव में हो तो वह जातक उच्च प्रशासनिक अधिकारी बनता है। मीन लग्न वालों के लिए गुरु लग्न में हो या नवम भाव में सूर्य लग्न में बुध द्वितीय भाव में हो व मंगल नवम में हो तो वह जातक भी आईएएस में सफल होता है।

पुलिस प्रशासन में सफलता किसको मिल सकती है, अब हम इसके बारे में जानेंगे। मेष लग्न हो और मंगल लग्न में हो या दशम भाव में गुरु पंचम में या नवम भाव में हो तो ऐसा जातक आईपीएस में सफल होता है। सिंह लग्न हो और मंगल नवम भाव में हो या षष्ठ भाव में हो या चतुर्थ भाव में हो वह जातक आईपीएस में सफल होता है। यदि इसके साथ गुरु पंचम में हो और सूर्य बुध लग्न में हों तो वह जातक उच्चाधिकारी बनता ही है।

वृश्चिक लग्न में गुरु लग्न में हो और मंगल पंचम भाव में हो और सूर्य बुध दशम भाव में हो तो उस जातक को आईपीएस में सफलता मिलती है। कर्क लग्न वाले जातक के लिए मंगल पंचम व दशम में से किसी एक स्थान पर हो व गुरु नवम में हो या पंचम भाव में हो तो वह जातक आईपीएस में सफलता पाता है। मकर लग्न में मंगल लग्न में हो, शनि दशम भाव में हो तो वह जातक पुलिस या सेना में सर्वोच्च स्थान पाता है। कुंभ लग्न वाले जातक को दशम भाव में मंगल व गुरु एकादश भाव में हो तो वह जातक भी पुलिस प्रशासन में उच्च पद पाता है।

इस प्रकार अपने जन्म लग्न में ग्रह की स्थितियों को देखकर उच्च प्रशासनिक सेवा में अपना भाग्य आजमा सकते हैं और आप में कुछ कर गुजरने की लगन व हिम्मत और दृढ़ता होनी चाहिए। इस तरह सोने पे सुहागा वाली कहावत चरितार्थ होगी एवं आप उस कार्य में सफलता पा सकते हैं।

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