कोरोना के खिलाफ पीएम मोदी के दिए मंत्र को उन्हीं के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तार-तार किया जा रहा है।

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी। सावन के चौथे सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आए भक्त बिना सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश करते नजर आए।

पुलिस और प्रशासन के तमाम जवान भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराने के लिए तैनात थे लेकिन वो भी भक्तों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में विफल रहे। लिहाजा चौथे सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के तमाम दावे और व्यवस्थाएं धरी रह गईं। भक्त लगातार कतार में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के खड़े रहे और मन्दिर में बारी बारी जाकर दर्शन करते दिखे।
बाबा दरबार में दर्शन करने आए भक्त भी इस बात को मान रहे हैं कि जैसी व्यवस्थाओं का दावा मंदिर प्रशासन ने किया वैसा यहाँ नहीं है। दर्शन करने आए भक्त कार्तिक केशरी ने बताया कि मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। पुलिस के जवानों के साथ ही लोग भी अब बेपरवाह हुए हैं और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किए बिना ही मन्दिर में जा रहे हैं।
ये है मंदिर प्रशासन का दावा
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का यह दावा है कि सरकार द्वारा तय की गई गाइडलाइंस के मुताबिक ही मंदिर में भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही सैनिटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था है। इन नियमों से गुजरने के बाद ही भक्तों को मन्दिर में जाने की अनुमति दी जा रही है लेकिन जिस तरह की तस्वीर मंदिर के बाहर दिख रही है उससे ऐसा लगता तो नहीं कि मंदिर में कतार में खड़े भक्त सोशल डिस्टेंसिंग के दो गज के नियम का पालन कर रहे हैं।
पुलिस और कर्मचारी हो चुके है संक्रमित
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। हाल में ही मन्दिर में तैनात पुलिसकर्मी और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं लेकिन बावजूद इसके मंदिर प्रशासन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते नहीं दिख रहे हैं।

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