
सोनभद्र। जिला स्वच्छता समिति भारत सरकार व प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जिले में स्वच्छ शौचालय, सामुदायिक शौचालय के स्थापना के साथ ही साफ-सफाई के प्रति नागरिकों को जागरूक करायें। जरूरतमंदों को शौचालय उपलब्ध कराने के साथ ही शौचालय के प्रयोग के लिए नागरिकों को प्रेरित करके स्वच्छता को बढ़ावा दिया जाय। मानक के विपरीत कार्य करने वाले सर्विस प्रोवाइडर्स कम्पनी का अनुबन्ध निरस्त करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में उस कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए जिला स्वच्छता समिति की तरफ से पत्र भेजा जाय। स्वच्छताग्राही से जन जागरूकता पर विशेष रूप से जिम्मेदारी दी जाय। खराब काम करने वाले ग्राम स्तरीय पंचायत राज विभाग व ग्राम्य विकास विभाग के लापरवाह अधिकारियों के सेवा समाप्ति की भी कार्यवाही की जाय। उक्त निर्देश जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने जिला स्वच्छता समिति की बैठक में दिये। जिलाधिकारी ने बैठक में पाया कि सर्विस प्रोवाइडर द्वारा आउटसोर्सिंग जनशक्ति से मानक के विपरीत कई गुना ज्यादा पैसा काट लिया जाता है, जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला स्वच्छता समिति की ओर से सर्विस प्रोवाइडर का अनुबन्ध समाप्त करने के साथ ही ब्लैक लिस्टेड करने व प्रदेश के सभी जिलों में अवांछनीय सर्विस प्रोवाइडर को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए पत्र भेजा जाय। उन्होंने कहा कि बार-बार आवश्यक दिशा-निर्देश देने के बाद जिन ग्राम स्तरीय अधिकारियों के कार्यों में सुधार नहीं हो रहा है और पर्याप्त सुधार के मौके दिये जा चुके हैं, उन लापरवाह ग्राम स्तरीय अधिकारियों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाय। समीक्षा बैठक में स्वच्छताग्राहियों को सक्रिय करना, ओडीएफ स्थायित्व सामुदायिक शौचालय निर्माण, निगरानी संचालन, तैयार शौचालयों पर कोविड संक्रमण से बचाव सम्बन्धी संदेश का प्रदर्शन आदि पर विचार किया गया।बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल, परियोजना निदेशक आर0एस0 मौर्या, डीसी एनआरएलएम, डीसी मनरेगा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, एडीपीआरओ श्री विनोद कुमार, सैफूल्ला खॉन सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें। ———————————–
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