सोनभद्र।व्यक्ति खाना-पानी के बिना तो कुछ रोज जिन्दा तो रह सकता है,आक्सीजन के बिना इन्सान तो जिन्दा नही रह सकता हैं और ये आक्सीजन तो पेड़/वृक्ष/वनों से ही मिलता है ,हकीकत है कि इन्सान की जिन्दगी ही वृक्ष हैं,जहां पर्याप्त मात्रा में पेड़/पौधे होते हैं,वहां के लोंगों की तन्दरूस्ती अच्छी होती है और जहां पेड़/पौधों/वनों की कमी होती है,वहा का पर्यावरण सन्तुलन बिगड़ जाता है और लोगों का जीना दूभर हो जाता है। इसलिए सरकारी की महत्वांकाक्षी योजना ‘‘ वृक्षारोपण अभियान‘‘ को जन आन्दोलन का रूप दिया जाय। ‘‘एक गांव-एक बाग‘‘ के रूप में पौध रोपण के लिए उप जिलाधिकारीगण, खण्ड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर बाकी बचे जमीन का चयन कराने के साथ ही, गढ्ढों के खुदाई का काम कराने के लिए कारगर कदम उठायें। वन विभाग बेहतर यानी फलदार, छायादार व शोभाकार ऊंचे कद की पौधों की व्यवस्था करायें। उक्त बातें जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने कलेक्ट्रेट में ‘‘वर्षाकाल-2020‘‘ की वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों की जिला वृक्षा रोपण समिति की समीक्षा करते हुए सोमवार को कही। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने वृक्षारोपण अभियान‘‘ के नोडल प्रभागीय वनाधिकारी सोनभद्र संजीव सिंह को निर्देशित किया कि भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप उपयुक्त पौधों का चयन कर,जंगलों के जमीनों पर पौध रोपण करते हुए निजी काश्तकारों के जमीन पर भी पौधो को रोपित कराने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम चलायें। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से जिले के उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, खण्ड विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिले के 637 ग्राम पंचायतों में ‘‘एक गांव-एक बाग‘‘ के लिए जमीनों के सापेक्ष मात्र 405 ग्राम पंचायतों में चयन हुआ है, बाकी बचे 232 ग्राम पंचायतों में जमीनों का चयन समन्वय के साथ किया जाय। जहां जमीन का विवाद हो, उसको भी सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निस्तारित किया जाय। उन्होंने कहा कि चयनित जमीनों पर पौध रोपण के लिए गढ्ढों की खुदाई के लिए मानव दिवस का सृजन मनरेगा द्वारा किया जाय, हर हाल में शासन से प्राप्त लक्ष्य को जुलाई, 2020 में शुरू कराकर पूरा करना है। उन्होंने कहा कि राज्य मार्ग के किनारे खाली जमीनों पर भी पौध रोपण का कार्य होगा, जिसको जिला स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी व अन्य परोपकार की भावना रखने वाले नागरिक देख-भाल के लिए गोद दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पौध रोपण काफी पुनीत कार्य है, लिहाजा परोपकार की भावना से विश्व कल्याण के तहत पौध रोपित करते हुए पौधों को संरक्षित करने का दायित्व हम सभी पर हैं, जिसे पूरी तत्परता के साथ टीम भावना के रूप में मूर्त रूप देना है। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर यमुनाधर चौहान, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी, डीसी मनरेगा टी0बी0 सिंह मौके पर मौजूद रहें और अन्य अधिकारीगण भी वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़ें रहें।