स्वास्थ्य डेस्क । । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से बिमारी से बचना है तो सरल है उपाय…..
क्या आप के परिवार आसपड़ोस में कोई bp की गोलिया खा रहा है…?
कोई diabitis से परेशान है ? कोई हार्ट की बीमारी तो कोई थायरॉइड या केन्सर से या अन्य छोटीमोटी बीमारिया होती रहती हे ?
क्यों आ गए ना कई नाम दिमाग में ?,तो मेरे भाई थोडा रुको और सोचो क्या 20~30 साल पहले भी घर घर में बीमारिया थी ?
नही ना ? तो अब ऐसा क्या हो गया ?
सब कहते है विज्ञान तो बहोत तरक्की कर रहा है , तो बिमारी घटने के बजाय बढ़ कैसे रही है ?हर घर में कोई ना कोई दवाई क्यों खरहा है ?
नही पता ? में बताता हु , हुआ ये है की हमारे रसोई की मुलभुत चीजो में बहोत मिलावट-गिरावट -घटियापन- आ गया है।
कोन कौन सी है वो चीजे ?
1.नमक
2.गुड़
3.तेल
4.घी
5.दूध
6.आटा
7.पानी
8.शक्कर
जी हाँ इन चीजो में सुधार कीजिये और 6 महीनो में फर्क देखिये।
1👉 सब से पहले समुद्री नमक-आयोडीन नमक को बदल के सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट) कर दीजिये वो भी बड़े टुकड़े लाके घर में ही कूट ले ,और हाँ नमक केवल रसोई बनाते वक्त ही डाले ,टेबल पे रख के भोजन के समय डाल ने की आदत छोड़े.
2👉 गुड़ हमेशा डार्क चॉकलेट कलर का ही लाये ,सफ़ेद गुड़ में मिलावट होती है।
3👉 रिफाइंड तेल (refined oil) के बदले घाणी का फिल्टर तेल ही खाये, वो भी मुगफली, तिल या सरसो अन्य नही।
4👉 घी वो ही हे जो देसी गाय के दूध से दही, दहि से मक्खन और मक्खन से बनता है, सीधे मलाई निकाल कर या विदेशी गाय के दूध से जो बनता है वो बटर आयल हे घी नही।
5👉 दूध पीओ तो केवल देशी गाय का ,नही तो पिओगे ही नही तो कोई नुकसान नही है।
6👉 आटा हमेशा मोटा पिसवाओ और बिना चोकर निकले प्रयोग में लाओ, मैदा कभी ना खाये।
7👉 पानी हमेशा मटके का या गुनगुना ही पीओ ठंडा फ्रिज का पानी कभी नही पीना।
8👉 चीनी सफ़ेद जहर है, उसकी जगह गुड़ ही खाये, या शक्कर जो थोड़ी पीली होती है बड़े टुकडो में मिलती है वो प्रयोग करे।
अब आप कहेंगे इतना कुछ कौन करेगा टाइम नही है, टेंशन नही लेने का, मस्त जीने का ,कुछ नही होता है।
तो मेरे भाई आसपास जो गोलिया खा रहे है वो भी ऐसा ही सोचते थे, अब वो हॉस्पिटल में डॉक्टर के चक्कर काटने में टाइम निकाल ही रहे है।
एक छोटा सा सिरदर्द जब आप को चैन से जीने नही देता तो जिंदगी का कोई भी आनन्द लेने के लिए स्वस्थ शरीर और मन बेहद जरुरी है।
और अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या बीमार कमजोर छोटी उम्र में बड़ी बिमारिओ से घिरा हुआ देख के जाना है यदि नही तो ऊपर बताये उपाय को जीवन मे ग्रहण करें।