टूटी पुलिया बनी अभिशाप,आँशु बहा रहे नगराज के ग्रामीण

वर्षा के चार से पांच अलग-थलग पड़ जाता है यह गांव

एम्बुलेंस तक नही पहुँचती गांव,प्रसव पीड़िता बे समय तोड़ती है दम

पंकज सिंह/विकास अग्रहरी@sncurjanchal

म्योरपुर विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिण्डारी के नगराज टोले के ग्रामीण वर्षो से टूटी पुलिया के कारण वर्ष के चार से पांच माह अपने मुहल्ले में ही कैद रहने को विवश होते है पुल निर्माण न होने से बच्चे विद्यालय नही जा पाते तो श्रमिक काम पर नही पहुँच पाते वही प्रसव पीड़िता एवं गम्भीर रूप से विमार रोगी साधन के आभव में बे समय दम तोड़ने को विवश होते है।

उक्त ग्राम पंचायत से होकर गुजरने वाली बिच्छी नदी ग्रामीणों के लिये अभिशाप बन चूंकि है,कईं वर्ष पूर्व इस नदी पर एक पूल का निर्माण किया गया था जो वर्ष 2016 में अचानक हुई वर्षा के कारण आयी बाढ़ बह गया 2016 से अब तक ग्राम प्रधान धीरेन्द्र जायसवाल व ग्रामीण सांसद,विधायक, जिलाधिकारी,उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी सहित मुख्यमंत्री,प्रधानमंत्री तक अपनी ब्यथा सुना चुके है बाउजूद इसके अब तक न तो पुल का निर्माण किया

गया नही अन्य वैकल्पित उपाय किये गये।श्याम मनोहर यादव,बनवारी यादव,श्यामनरायण,सुदेश,राम धारि, कैलाश,रामनरायण,सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि वर्षाकाल में ग्रामीण लकड़ी का अस्थाई पुल बना आवश्यक कार्य के लिये इसी पुल से गुजरते है तथा बच्चे भी विद्यालय जाने के लिये पुल का प्रयोग करते है जो काफी जोखिम भरा होता है ग्रामीणों ने मांग की है कि उक्त पुल का निर्माण शीध्र करा ग्रामीणों की समस्या का निराकरण किया जाये।

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