जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से सीताफल के बीज मत फेकियें….

स्वास्थ्य डेस्क। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से सीताफल के बीज मत फेकियें….



क्या आपको पता है सीताफल के बीज क्यों खानी चाहिए?
बीजों को पीसकर पावडर बनाकर सेवन करें

सीताफल एक ऐसा फल जिसको छोटे से लेकर बड़े-बूढ़े सभी खाना पसंद करते हैं। इसको आप स्मूदी, शेक या नैचरल आईसक्रीम भी बनाकर खा सकते हैं। इसके फायदों के बारे में जानेंगे तो आपको और भी आश्चर्य होगा-

आँखों के लिए अच्छा होता है इसमें विटामिन सी और विटामिन ए होता है जो आँखों की देखने की शक्ति को और भी उन्नत करता है।
हजम शक्ति को बढ़ाता है- इसमें ताँबा और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। साथ ही फाइबर मल को नरम करके कब्ज़ की समस्या से राहत दिलाता है।

हृदय को स्वस्थ रखता है इसमें जो मैंग्नेशियम और पोटाशियम होता है वह ब्लड-कोलेस्ट्रोल को कम करता है।

थकावट दूर करता है यह एक ऐसा फल है जो मिनटों में आपको एनर्जी देकर थकावट को दूर करता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा होता है यह फल गर्भावस्था के समय होने वाले मूड स्विंग, मॉर्निंग सिकनेस और अकड़न से राहत दिलाने में मदद करता है।

लेकिन हाल के अध्ययन से यह पता चला है कि सीताफल के साथ इसके बीजों के भी अनेक फायदे हैं। सीताफल के बीज रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसके सेवन से कैंसर और डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। सीताफल के बीज पर किए गए शोध को विदेशों में भी सराहा गया है। शोध के आधार पर दवा तैयार करने पर भी जोर दिया गया है।
बिलासपुर विश्वविद्यालय के माइक्रो बॉयोलाजी और बॉयो-इन्फॉरमेरिक्स विभाग के अध्यक्ष डॉ. के. कलाधर की मानें तो शोध के परिणाम को पेटेंट कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद दवा बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के पेंड्रा, अंबिकापुर, कांकेर और रायपुर के कुछ सीताफलों के बगीचों से लाए गए बीजों पर शोध किया गया। सबसे पहले शोध का परिणाम आंध्र प्रदेश के गीतम विश्वविद्यालय को भेजा गया। इसके बाद क्रोएशिया में इस पर सम्मेलन भी हुआ। इसमें देश-विदेश के 20 से अधिक विशेषज्ञ मौजूद थे। सभी ने शोध की सराहना करते हुए शोध के आधार पर दवा तैयार करने पर जोर दिया।ज्ञात हो कि बिलासपुर विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ सहित आंध्र प्रदेश, ओड़िशा, महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों के फूल और पौधों का काफी समय से शोध चल रहा है। शोध के दौरान ही सीताफल के बीज के चमत्कारिक गुणों का पता चला है।

सीताफल के बीज में कई गुण हैं-

प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट हैं।
विटामिन-सी बहुत अधिक मात्रा में है। विटामिन-सी से शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है। साथ ही ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है।
साथ ही इसमें विटामिन-बी भी होता है।
सीताफल का बीज खून की कमी यानी एनीमिया से बचाता है। पढ़े- सौंफ के 9 फायदों के बारे में जानें
बीज में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी संतुलित करता है, सोडियम और पोटेशियम संतुलित मात्रा में होता है।
यह खून का बहाव यानी ब्लड प्रेशर में अचानक होने वाले बदलाव को नियंत्रित करता है।
साथ ही शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है।

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