कोरेना वायरस:कोविड-19 से भारत अब दुनिया का 11वां सबसे प्रभावित देश बना ।

भारत कोरोना के जनक चीन को पीछे छोड़ा

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या शनिवार को सुबह 85 हजार को पार कर गई और मौतों का आंकड़ा 2,753 पर पहुंच गया। इसके साथ ही उसने कोरोना के जनक चीन को पीछे छोड़ दिया है। चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वहां कोविड-19 के 82,933 मामले सामने आए थे। भारत में कश्मीर से केरल तक और कर्नाटक से बिहार तक कोविड-19 के मामले सामने आए हैं।

इसी बीच, ऐसे संकेत हैं कि सोमवार से शुरू हो रहें लॉकडाउन के चौथे चरण में कई बड़ी छूट मिलेगी ताकि महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को गति दी जा सके। देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से संक्रमितों की घोषित संयुक्त संख्या ने कोरोना वायरस संक्रमितों के मामले में चीन को पछाड़ दिया।

चीन का वुहान शहर, जहां से इस महामारी की शुरुआत हुई थी वहां कुछ नए मामले आए हैं। इसके बावजूद चीन में अब कोविड-19 के 100 से कम मरीज उपचाराधीन हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन में 4,633 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई थी जबकि 78,000 से अधिक लोगों संक्रमण मुक्त होकर घर लौट चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर में वुहान में संक्रमण शुरू होने के बाद से अब तक दुनिया में तीन लाख अधिक लोगों की मौतें कोरोना वायरस की वजह से हुई हैं जबकि 46लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। चीन और अन्य देश अपनी अर्थव्यवस्था को खोलने की शुरुआत कर रहे हैं। हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण के दोबारा फैलने की नए सिरे से चिंता बढ़ गई है।

कोविड-19 से भारत अब दुनिया का 11वां सबसे प्रभावित देश है लेकिन एक भारत से अधिक, कोरोना वायरस प्रभावित देशों में संक्रमितों की संख्या एक लाख से अधिक है। इस सूची में अमेरिका शीर्ष पर है जहां पर 14 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। इसके बाद क्रमश: रूस, ब्रिटेन, स्पेन, इटली और ब्राजील हैं जहां पर दो लाख से अधिक मामले हैं। वहीं फ्रांस, जर्मनी, तुर्की और ईरान में एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण से 2,649 लोगों की मौत हुई है जबकि कुल 81,970 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में, गुरुवार सुबह 8 बजे से आज सुबह 8 बजे तक, संक्रमण से 100 लोगों की मौत हुई है और देश में कोविड-19 के 3,967 नए मामले आए हैं।

मंत्रालय ने बताया कि देश में 51 हजार से अधिक मरीज उपचाराधीन है जबकि 28 हजार के करीब लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। इस प्रकार मरीजों के ठीक होने की दर करीब 34 प्रतिशत है।

हालांकि, शुक्रवार रात तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मिली जानकारी के आधार पर ‘पीटीआई-भाषा’द्वारा तैयार आंकड़े के मुताबिक देश में 85,538 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और कम से कम 2,679 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है। इसके साथ ही करीब 30 हजार लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।वही शनिवार कि सुबह आंकड़ो को देखा जाय तो कोरेना वायरस से संक्रमितों की संख्या 85784 पहुंचा गया है।वही 2753 लोगों की मौत हो चुकी है।

जम्मू-कश्मीर, बिहार और कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार हो गई है जबकि केरल, गोवा और मणिपुर राज्यों में जांच और संक्रमण से बचाव के उपाय तेज हो गए हैं, जिसका नतीजा है कि हाल के दिनों में नए मामले नहीं आए। मणिपुर में तो पृथकवास केंद्र को भी सील कर दिया गया है।

वहीं दूसरी ओर शहरी इलाकों में बड़े पैमाने पर संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित है जहां पर 1,576 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 29,100 तक पहुंच गई है जबकि यहां पर 1,068 लोगों की मौत हुई है।

तमिलनाडु में 434 नए मामले सामने आने के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 10 हजार के पार हो गई है जबकि गुजरात में 340 नए मामलों के साथ कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 9,932 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के मुताबिक ‘भारत में आए कोविड-19 के कुल मामलों का 79 प्रतिशत महज 30 निकाय क्षेत्रों से है।’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन मंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय मंत्री समूह की बैठक हुई और इसमें उन राज्यों में, जहां पर सबसे अधिक मामले आए हैं और मौतें हुई है, वहां के लिए कोविड-19 प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने पर बल दिया गया।

बैठक में इलाज, मौत के मामलों पर भी ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया गया और माना गया कि समय पर संक्रमण की पहचान और संपर्क का पता लगाना संक्रमण से लड़ने का प्रमुख उपाय है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार द्वारा भारत को कोरोना वायरस संकट के दौर में भारत को आत्मनिर्भर करने के लिए घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के विशेष पैकेज के तीसरे चरण की घोषणा की, जिसमें किसानों की मदद और कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों में सुधार पर जोर दिया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीसरे चरण में घोषित उपायों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी। भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन है। शुरुआत में इसे 14 अप्रैल को खत्म करने की घोषणा की गई थी लेकिन फिर इसे बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया। सरकार ने इसके बाद लॉकडाउन को कुछ छूटों के साथ 17 मई तक बढ़ा दिया।

लॉकडाउन के चौथे चरण के बारे में जल्द फैसला होगा लेकिन अधिकारियों ने बताया कि इस चरण में अधिक ढील दी जाएगी और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अधिक लचीला रुख अपनाने की छूट होगी जबकि क्रमबद्ध: तरीके से रेलवे और घरेलू उड़ानों को शुरू करने की संभावना को भी टटोला जा रहा है।

देश में कहीं भी स्कूल, कॉलेज, मॉल और सिनेमा घरों को खोलने की इजाजत नहीं होगी लेकिन कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर सैलून, नाई की दुकानें और चश्मों की दुकानों को रेड जोन में खोलने की मंजूरी दी जा सकती है। ई-कॉमर्स को भी गैर जरूरी सामान की आपूर्ति की अनुमति दी जा सकती है।

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