कमिश्नर ने उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण को दिया निर्देश
जीवन को बचाने के लिए ही सरकार द्वारा लॉक डाउन किया गया है- कौशल राज शर्मा
संजय द्विवेदी
वाराणसी।उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल ने कोरोना वायरस के संक्रमण एवं उससे बचाव के लिए किए गए देशव्यापी लॉक डाउन में प्रशासनिक अधिकारियों,कर्मचारियों, डॉक्टरों एवं पुलिस के जवानों के बाद उद्यमियों एवं व्यापारियों को चौथा कोरोना योद्धा की संज्ञा से नवाजते हुए कहां की जहाँ अधिकारियों,कर्मचारियों, डॉक्टरों एवं पुलिस के जवानों ने इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सरकार लागू लॉक डाउन का पालन सुनिश्चित करवाया, वही उद्यमी एवं व्यापारियों ने अपने-अपने उद्यम एवं व्यापार प्रतिष्ठानों को बंद करके इस लड़ाई में चौथे योद्धा की भूमिका निभायी है। इतना ही नहीं इस महामारी के दौरान गरीबों, निराश्रितो एवं जरूरतमंदों को अन्नदान एवं भोजन दान करके शासन एवं प्रशासन के साथ कंधा से कंधा मिलाकर जो भूमिका निभायी है, वह अतुलनीय है। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निरंतर यह प्रयास है कि जल्द से जल्द आर्थिक गतिविधि को शुरू किया जाए। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि चौथा लॉक डाउन आर्थिक चिंतन का होगा।
मंत्री रविंद्र जायसवाल मंगलवार को कमिश्नरी ऑडिटोरियम सभागार में वाराणसी जनपद के उद्यमियों एवं व्यापारियों के साथ चिंतन मैराथन बैठक कर लॉक डाउन के दौरान कोरोना वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं इससे बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य एहतियात बरतने के साथ ही आर्थिक गतिविधि शुरू करने के वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर गहन चर्चा कर रहे थे। उन्होंने उद्यमियों एवं व्यापारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि 17 मई के बाद सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए आर्थिक गतिविधि को पटरी पर लाया जाएगा। इसके लिए शासन कटिबद्ध है। 17 मई के बाद उद्यमियों को काफी लिबर्टी मिलेगी। आगामी 3 साल के लिए सरकार ने स्पेशल लिबर्टी दी हैं। उद्यमियों को बिजली विभाग से भी लिबर्टी दिए जाने के लिए शासन द्वारा उच्चाधिकारियों की कमेटी बनायी गयी है। उद्यमियों को बिजली विभाग द्वारा भी लिबर्टी दी जाएगी। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने उद्यमियों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अधिष्ठाताओं से विशेष रूप से अपील करते हुए कहा कि शासन कतिपय प्रतिबंधों के साथ जैसे ही आर्थिक गतिविधि शुरू करने की विधिवत घोषणा की जाए अथवा वर्तमान समय में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोले जाने की जो व्यवस्था की गयी है, उसमें अपने साथ ही कर्मचारियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही चेहरे पर मास्क अवश्य लगाएं तथा अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर सैनिटाइजर की उपलब्धता रखें और उसका उपयोग अवश्य करें। उन्होंने लोगों को अपने-अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप अवश्य लोड करने पर जोर देते हुए कहा कि यह ऐप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित न होने में प्रभावी तरीके से सहयोगी हैं।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इस वैश्विक महामारी की लड़ाई में लोगों द्वारा कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग के लिए व्यापारियों को धन्यवाद देते हुए कहां की देशव्यापी लॉक डाउन का पहला चरण काफी सख्त रहा, लेकिन दूसरे चरण में कुछ ढील दी गयी तथा तीसरे चरण में दूसरे चरण की अपेक्षा अधिक रियायत दी गयी। उन्होंने कहा कि व्यापार बंद है और उद्यम ठप है, यह किसी को भी अच्छा नहीं लग रहा है। लेकिन यह असामान्य स्थिति में हैं। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए लॉक डाउन का असर भारत में जबरदस्त हुआ है। इस बैलेंस को भी देखना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “जान है तो जहान है” और “जान भी है जहान भी है” के कथन का उद्धरण करते हुए कहा कि सरकार गंभीर रूप से चिंतित है कि व्यापार को शीघ्र शुरू किया जाए।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वैश्विक महामारी के संकट की इस घड़ी में दिल खोलकर उद्यमियों द्वारा लोगों की कि गयी सहायता एवं सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोगों के इस सहयोग के कारण ही काशीवासियों को समस्या नहीं होने पायी। जबकि ऐसी व्यवस्था अन्य जनपदों में देखने को नहीं मिली। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश 19 जिले रेड जोन में हैं। उसमें से वाराणसी भी एक है। कतिपय व्यापारियों एवं व्यापारिक संगठनों द्वारा अपने-अपने प्रतिष्ठानों को खोले जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए शासन द्वारा लागू लॉक डाउन के दौरान थोड़ी सी चूक गंभीर परिणाम में बदल सकता है। व्यापारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। जीवन को बचाने के लिए ही सरकार द्वारा लॉक डाउन किया गया है। लोगो के जीवन से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। इसको हल्के में न लिया जाए। जिलाधिकारी ने वाराणसी के भौगोलिक स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि यह जनपद बहुत कन्जेस्टेड है। अगर यहां कोरोना वायरस का संक्रमण फैला, तो रोकना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यापारिक स्थल पर कोरोना पॉजिटिव केस मिला, तो वह हॉटस्पॉट बन जाएगा और 28 दिन पूरा क्षेत्र अथवा मार्केट बंद हो जाएगा। ऐसे में प्रशासन का प्रयास है कि एहतियात को बरतते हुए ही व्यापारिक गतिविधियां हो। उन्होंने उद्यमियों एवं व्यापारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सम्भवतः आगामी सोमवार से और भी आर्थिक एक्टिविटी शुरू होगी। इस संबंध में शासन स्तर से दिशा-निर्देश जारी होने की संभावना है। शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप ही व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधि शुरू की जाएंगी। जिलाधिकारी ने कहां की आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने के लिए समय सारणी जारी है। उसके अनुसार जनपद की दुकानें खुल रही हैं। ताकि लोगों को प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। सब्जी मंडियों के संबंध में बताया कि लमही सब्जी मंडी को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होने पर एक सप्ताह के लिए बंद किया गया था। लेकिन सभी की चिंता करके प्रशासन द्वारा उसे पुनः खोला गया, किंतु सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी गयी। जिसके कारण वहां के व्यापारियों एवं अन्य लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराना पड़ा। उन्होंने व्यापारियों से विशेष जोर देते हुए कहा कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए हर सभी को पूरी सतर्कता एवं गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। सावधानी हटी और दुर्घटना घटी।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 100 से ज्यादा निर्माण कार्य शुरू किए जाने की अनुमति दी जा चुकी है और निर्माण कार्य शुरू भी हो गए हैं। जिसमें श्रमिक कार्य पर लग चुके हैं। 116 फैक्ट्री के लोगों द्वारा फैक्ट्री को शुरू किए जाने हेतु आवेदन किया गया था, उन्हें भी अनुमति दी जा चुकी है। 45 चार्टर्ड अकाउंटेंट को अपने दफ्तर मे कार्य शुरू करने की भी अनुमति दी जा चुकी है। लॉक डाउन के दौरान ईट भट्ठे एवं निजी चिकित्सालय बंद नहीं कराए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आवश्यक वस्तु के साथ ही एकल की सभी दुकानें प्रातः 7 से अपराह्न 2 बजे तक खुल सकती हैं। उन्होंने व्यापारियों से अपने-अपने दुकानों में सैनिटाइजर का उपयोग करने एवं अपने कर्मियों के साथ मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य किए जाने की अपील की। उन्होंने उम्र दराज उद्यमियों एवं व्यापारियों से विशेष रूप से अपील करते हुए कहा कि मधुमेह एवं ब्लड प्रेशर के मरीजों के साथ ही टीवी एवं कैंसर का इलाज करा चुके मरीजों को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है। ऐसे लोग विशेष एहतियात बरतें। उन्होंने कहा कि टाइमिंग का अनुपालन करते हुए ही आगे लॉक डाउन में आर्थिक गतिविधि लागू होगी।
मंथन मैराथन बैठक के दौरान जनपद के प्रमुख व्यापारी एवं उद्यमी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ-साथ किराना, सर्राफा, रेडीमेड गारमेंट, मोटर पार्ट्स, बनारसी साड़ी उद्योग सहित अन्य सभी प्रमुख ट्रेडो के प्रतिनिधियों ने आर्थिक एवं व्यापारिक गतिविधियों को आवश्यक प्रतिबंधों एवं रोस्टरिंग के साथ शुरू किए जाने का सुझाव दिया। इस दौरान नारायण खेमका, प्रेम मिश्रा, अजीत सिंह बग्गा सहित अनेकों व्यापारिक पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रमुख सुझाव प्रस्तुत किए।कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने उद्यमियों एवं व्यापारियों के साथ मंथन मैराथन बैठक के पश्चात कतिपय लोगों द्वारा निर्माण कार्य शुरू किए जाने से संबंधित अनुमति उपलब्ध कराए जाने के अनुरोध को संज्ञान लेते हुए उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण राहुल पांडेय को फोन पर निर्देशित करते हुए कहा कि विकास प्राधिकरण स्तर पर निर्माण कार्य शुरू किए जाने के बाबत जो भी आवेदन पत्र लंबित हो, उन्हें तत्काल निस्तारित करे।