स्वास्थ्य डेस्क। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से आम एक औषधि भी है….
आम का सीजन शुरू हो चूका है और इस सीजन में स्वास्थ्य लाभ भी लेना जरुरी है। आज हम आपको आम के उपयोग बता रहे है इसे जरूर लिख के रखे।
1 सुखी खासी – पके आम को गर्म राख में भूनकर खाने से सुखी खासी ख़त्म हो जाती है। यह प्रयोग खासी ठीक होने तक कर सकते है इसका कोई नुकसान नहीं है।
2 भूक ना लगना – आम के रस में २ ग्राम सेंधानमक तथा थोड़ी सी चीनी मिलाकर पिने से भूक बढती है।
3 खून की कमी – 1 गिलास देसी गाय का दूध और एक कप आम का रस मिक्स करके उसमे एक चम्मच शहद मिलाकर नियमित रूप से सुबह शाम पिने से खून बढ़ता है।
4 दात और मसूड़ों के लिए आम की गुठली की गिरी पीसकर मंजन बनाके रख दीजिये और इससे मंजन कीजिये दात और मसूड़ों के रोग दूर हो जाएंगे।
5 गर्मी में अगर नाक से खून बहता हो तो आम की गुठली की गिरी का एक बून्द रस नाक में टपकाए आराम मिलेगा।
6 आग से जलने पर आम के पत्तो को जलाकर राख बना लीजिए और जले हुए स्थान पर राख को लगा दे इससे जला हवा अंग ठीक हो जाता है।
7 हाथ पैरो की जलन के लिए आम के फूलों को रगड़ने से जलन दूर हो जाती है।
8 अगर पाचन कमजोर है तो 100 मिली मीठे आम के रस में 2 ग्राम सोंठ मिलाकर सुबह भूके पेट पिने से पाचनशक्ति बढती है। याद रहे की रेशेदार आम कब्जनाशक होते है और सेहत के लिए लाभदायक भी होते है।
9 आम के 8 10 ताजे पत्ते रोजाना चबाकर खाने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
10 आम के अंदर की छाल का रस दिन में 40 मिली सुबह शाम पिने से बवासीर, रक्तप्रदर और खुनी दस्त में लाभ मिलता है। रस रोजाना ताजा होना चाहिए।