शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)-
प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती,वह निखर कर सामने आ ही जाती है कुछ ऐसा ही कर दिखाया है शिक्षा क्षेत्र घोरावल के इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल ओडहथा की प्रधानाचार्य अमृता सिंह ने। कोरोना जैसे महामारी के बीच लॉकडाउन के शुरूआती दौर में ही बच्चो का एक ग्रुप बनाकर ह्ववाटसाप के माध्यम से पढ़ाई शुरू किया। ग्रामीण इलाका होने के चलते सभी बच्चो के पास स्मार्ट फोन होना भी सम्भव नहीं था बावजूद इसके स्कूल के 182 बच्चो में से पचास बच्चो के ग्रुप को ही 29 मार्च से ही ऑन लाइन पढ़ाई शुरू कराई फिर गांव के और बच्चो को भी आस पास के स्मार्ट फोन वाले नम्बरो से जोड़ बच्चो से जूड़ी रही। बच्चे भी काफी मन से इंग्लिश ,गणित , पेंटिंग के साथ जनरल नॉलेज की पढ़ाई मन लगाकर कर रहे। विद्यालय के अध्यापको के इस पहल का अभिभावकों ने भी काफी सराहा तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल के द्वारा सर्वप्रथम प्रशस्ति पत्र देकर अमृता सिंह को सम्मानित किया गया।
लॉक डाउन के बीच स्कूल पर निराश्रितों को भोजन कराने के साथ साथ पर्यवेक्षक के रूप में कोटेदार के यहाँ से पारदर्शिता पूर्वक गल्ला बंटवाने की जिम्मेदारियों का भी निर्वहन एक महिला होकर किया जा रहा है। अमृता सिंह लॉकडाउन में गरीब,बेसहारो की मदद के लिए भी आगे आई। स्कूटी पर राशन के पैकेट लेकर बेसहारो के घर पहूचाने में मदद की । इसके अलावा अब अपने बिद्यालय के बच्चो के लिए बस्ती बस्ती जाकर मास्क बाट रही है । जो अपने आप मे एक महिला होकर मिशाल कायम कर रही है । अपने प्रधानाचार्य के सहयोग व सेवाभावना में विद्यालय के अध्यापक नुसरत फातिमा , अभिषेक केजरीवाल , शक्ति द्विवेदी, अनुराधा भी पूरा सहयोग कर रही है।