दाक्षिणांचल में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं झोला छाप चिकित्सक।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

आलाधिकारियों के सह पर गरीबो के स्वास्थ्य और पैसा की लूट

दुद्धी को जिला बनाने से होगी समस्या से छुटकारा

बभनी।दक्षिणांचल क्षेत्र में पैथालॉजी,मेडिकल स्टोर, प्राइमरी,नर्सरी स्कूल से लेकर इंटर कालेज तक सब-कुछ अप्रशिक्षित लोग अवैध तरीके से लाखों लाख लोगों के वर्तमान एवं भविष्य को मनचाहे तरीके से बर्बाद कर रहे हैं न कोई देखने वाला है ना ही कोई सुनने वाला । यह आरोप उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के पूर्व सदस्य वीके मिश्रा ने बताया कि हमने समय-समय पर जिला प्रशासन के प्रमुख जिम्मेदार अधिकारियों को चाहे वह खाद्य सुरक्षा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हो,चाहे वह ड्रग इंस्पेक्टर हो, या फिर जिला विद्यालय निरीक्षक अथवा बैसिक शिक्षा अधिकारी हों हमने सभी को अब तक सैकड़ों बार लिखित मौखिक रूप से खासतौर पर जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी के संज्ञान में लाते हुए निवेदन किया कि आप एक सभी विभागों की एक संयुक्त टीम बनाकर सिर्फ एक हफ्ते का अभियान चलाएं और सोनभद्र के दक्षिणांचल क्षेत्र में पैथालॉजी, मेडिकल, खाद्य पदार्थों तथा प्राइमरी नर्सरी स्कूलों एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की गहन जांच करवाकर अवैध रूप से संचालित होने वाले मानक वहीन जानलेवा साबित होने वाले लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें लेकिन लालफीताशाही अधिकारी यह मानते तो हैं सोनभद्र दक्षिणांचल क्षेत्र में स्थिती बहुत ही भयावह है आश्वासन भी देते हैं कि शीघ्र ही आपको सूचित करते हुए मौका मुआयना करने हुए का कार्ययोजना तैयार करते हैं लेकिन काश ऐसा न हो सका और परिणाम पूराका -पूरा दक्षिणांचल क्षेत्र भोग रहा है हाथी नाला से विढ़मगंज,दुद्धी, बभनी, म्योरपुर, बीजपुर शक्तीनगर एवं रेनूकूट क्षेत्र की लाखों लाख की आबादी वाले दुद्धी ओबरा विधानसभा क्षेत्र की लाखों लाख की आबादी के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है । कहा कि अखबारों के माध्यम से हमेशा खबर छपती है कि अमुख इलाके में एक झोला छाप डाक्टर ने एक जान ले ली,गलत जांच रिपोर्ट के आधार पर गलत दवा लेने पर मरीज की हालत बिगड़ी, लेकिन लालफीताशाही हैं कि सुनते नहीं या सब-कुछ जानते हुए कुछ बोलते नहीं। कांग्रेस नेता मिश्रा ने मुख्यमंत्री से जिलाधिकारी सोनभद्र को रजिस्टर्ड डाक के जरिए पत्र भेजकर यह मांग की है कि यदि सोनभद्र के दक्षिणांचल क्षेत्र की लाखों लाख लोगों को न्याय चिकित्सा,शिक्षा एवं स्वास्थ्य की देखभाल सोनभद्र जिला प्रशासन करने में असक्षम है तो भारत के दूसरे नंबर के सबसे बड़े जिला सोनभद्र से दुद्धी को अलग से जिला बनाने की संस्तुति क्यों नहीं दी जा रही है। श्री मिश्रा ने अपने पत्र के माध्यम से चेतावनी देते हुए लिखा है कि यदि सोनभद्र दक्षिणांचल क्षेत्र के लोगों की जान, वर्तमान और भविष्य की परवाह नहीं करते हैं और शीघ्र ही कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो,तो ऐसा भी नहीं है कि यह लाखों लाख की आबादी जो प्रमुख रूप से आदिवासी, बनवासी, ग्रामीण,किसान, मजदूर हैं इक्कीसवीं सदी में भी कम से कम अब इतने निरक्षर भी नहीं कि अपने हक हुकूक की लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं क्योंकि सोनभद्र दक्षिणांचल में रोज रोज जिला बनाने के लिए मांग मांगीं जा रही है बस आवश्यकता है कि जिस दिन ये सारे लोग एक प्लेटफार्म पर आ गए उसी दिन स्थानीय विधायक सांसद और शासन प्रशासन की चूल्हे हिल जाएंगी और खिलवाड़ भी बंद हो जाएगा।मामले को लेकर सी एच सी अधीक्षक डॉ फिरोज अबेद्दीन का कहना है कि इसके लिए ड्रग्स निरीक्षक की जिमेवारी है कि वह जांच कर कार्यवाही करें।

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