बढ़ते उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप मशीनी धार देने को तैयार केन्द्रीय कर्मशाला, जयंत

सिगरौली।

नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल), की जयंत स्थित केन्द्रीय कर्मशाला एनसीएल की खदानों में संचालित 1200 से अधिक भारी मशीनों के लिए विभिन्न कल पुर्ज़ों जैसे इंजिन, ट्रांसमिसन, मोटर आदि की व्यवस्था करती है, साथ ही मशीनों के अनुरक्षण एवं मरम्मत का कार्य कर भारी मशीनो की अबाध संचालन में सहायता देती हैं ।

एनसीएल की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया को कोयला मंत्रालय ने 2023-24 में 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया है जिसके लिए एनसीएल भी अपनी भूमिका सुदृढ़ कर रही है। इसी कड़ी में उत्पादन करने वाली भारी मशीनों के रख रखाव व कल पुर्जों के निर्बाध आपूर्ति के लिए शनिवार को केंद्रीय कर्मशाला जयंत में एक सत्र का आयोजन किया गया ।

शनिवार को सीएमडी, एनसीएल श्री पी.के. सिन्हा, सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए l अपने उदबोधन के दौरान ,उन्होंने उत्पादन, उत्पादकता, क्षमता उपयोग, कल पुर्जों की उपलब्धता और केंद्रीय कार्यशाला के नवीनीकरण पर ज़ोर दिया । उन्होंने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उत्खनन विभाग की भूमिका को अहम बताया और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने की अपील की ।

कार्यक्रम में निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय , निदेशक वित्त श्री नाग नाथ ठाकुर, निदेशक कार्मिक श्री बिमलेन्दु कुमार भी शामिल हुए । सत्र में एनसीएल शीर्ष प्रबंधन ने केंद्रीय कार्यशाला के कार्यों और योजनाओं की भी समीक्षा की।
महाप्रबंधक सीडब्ल्यूएस ने वीडियो फिल्म और प्रेजेंटेशन के माध्यम से कार्यशाला के कार्यों का व्योरा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में एनसीएल के उत्खनन विभाग एवं सीडब्लूएस के अधिकारी मौजूद थे ।

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