कोल इंडिया के 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन में एनसीएल की भूमिका पर हुआ ‘मंथन’

*एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन), गुणाधर पाण्डेय ने सुरक्षा के साथ बड़े लक्ष्य हासिल करने का किया आवाहन

सिगरौली।राष्ट्र के ऊर्जा स्तंभ के रूप में कोयला उत्पादन कर रही भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की मौजूदा एवं भावी जिम्मेदारियों के मद्देनजर निगाही में मंगलवार को एक ‘संवादात्मक मंथन’ का आयोजन किया गया।
कंपनी के निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में सभी क्षेत्रों व मुख्यालय के महाप्रबंधक परियोजना अधिकारी व स्टाफ अधिकारी, एवं निगाही और अमलोरी क्षेत्र के संबन्धित अधिकारी एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया ।
वित्त वर्ष 2023-24 तक भारत सरकार द्वारा कोल इंडिया के 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन के परिपेक्ष में एनसीएल की भूमिका व कार्ययोजनाओं के संबंध में अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा हुई । साथ ही, कार्यक्रम में कंपनी की वर्तमान दशा एवं दिशा पर मंथन करते हुए भविष्य में नया आयाम देने हेतु सार्थक सुझाव साझा किए गए।

संवादात्मक कार्यक्रम में निदेशक (तकनीकी/संचालन) गुणाधर पांडेय ने उत्पादन, उत्पादकता, सेफ्टी, कंपनी के भारी मशीनों के रख-रखाव, तकनीकी जैसे विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला उन्होंने अपने पिछले अनुभव को बताने के क्रम में एनसीएल की विकास यात्रा सबके समक्ष रखी । उन्होंने एनसीएल के टीम वर्क को कंपनी की मुख्य ताकत बताया। साथ ही सुरक्षा पर विशेष ज़ोर देते हुए संचालन के दौरान सभी नियमों व मानकों के अनुपालन का अहवाहन भी किया । देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों एवं कोल इंडिया के 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन को दृष्टिगत रखते हुए एनसीएल कर्मियों को आवश्यक तैयारियों एवं जिम्मेदारी के बोध से रूबरू भी कराया।

कंपनी के महाप्रबंधक (सीपी) श्री सतीश झा ने परस्पर संबाद से ज्ञान साझा हेतु मंच मुहैया कराने को कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताया । साथ ही प्रेजेंटेशन के जरिये कंपनी के कोयला उत्पादन एवं उत्पादकता से जुड़े पहलुओं की जानकारी दी।

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