सोनभद्र। कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान जिला महासचिव धीरज पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र मेल कर अब तक पांच मजदूरों के मौत,शारदा मंदिर के सामने बिल्ली मारकुंडी खदान आराजी संख्या 4585,4528,4598,4597,4599 के 2.85 हेक्टेयर के खदान मालिक सुरेश केशरी पर मुकदमा न दर्ज कराने का दबाव बनाने वाले खान अधिकारी के0 के0 राय पर उचित कानूनी धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इन्ही अधिकारियों के सहयोग मिलीभगत से पूर्व से लेकर अब तक सैकड़ो लाशें निगल चुकी हैं। प्रभारी मंत्री व वरिष्ठ नेताओ का दौरा होता है पर नतीजा पूर्व की भांति लीपापोती दबाव खरीद फरोख्त तक सिमट कर रह जाता है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है इसलिए कठोर कार्यवाही आवश्यक है।
कांग्रेस नेता धीरज पांडेय ने कहा कि खनन क्षेत्र में संचालित होने वाली खदानों का खनन विभाग के खनिज सर्वेक्षक द्वारा मासिक अवलोकन रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाता है जिसके पश्चात ही खदान में खनन कार्य सुचारू होता है। इस रिपोर्ट में खदान में खनन कार्य संचालित करने के लिये निर्धारित शर्तो व नियमो के साथ श्रमिकों की सुरक्षा हेतु निर्धारित आवश्यक नियमों व उपकरणों का प्रयोग होते पाये जाने की संतुष्टि रिपोर्ट लगाई जाती है लेकिन यहां सब नियम कानून को दर किनार कर घाल मेल कर अधिकारियों के दिशा निर्देश पे साइड चलाया जा रहा था ।
आगे श्री पांडेय ने कहा कि खनन क्षेत्र में माननीय एनजीटी के निर्देश पर खनन पट्टे के संचालन कर्ता या पट्टाधारक द्वारा अपने पट्टे में कार्यरत माइन्स मैनेजर , ब्लास्टर, फोरमैन , व सारे कुशल व अकुशल श्रमिकों की सूचना जिले के अपर पुलिस अधीक्षक की निगरानी में गठित कमेटी को देनी होती है जिसके तहत खदान में सुरक्षा मानकों का अवलोकन करके आवश्यक सुरक्षात्मक कदम उठाये जा सके लेकिन यहां सारा प्रसानिक अमला सिर्फ धनो के बंदरबाट में ही संलिप्त थे वही दूसरी ओर खनन पट्टों में श्रमिकों की सुरक्षा के मद्देनजर गठित ” खान सुरक्षा निदेशालय” की त्रैमासिक अवलोकन रिपोर्ट के पश्चात ही खनन कार्य संपादित किये जाने का नियमावली है जिसका अनुपालन नही हुआ दुर्घटनाग्रस्त खादान की समाप्ति में केवल 13 दिन शेष रह गये थे क्या उपरोकर खादान में सुरक्षा के आवश्यक उपाय की अन्तिम अवलोकन रिपोर्ट ” खान सुरक्षा निदेशालय ” द्वारा लगाई गई थी इसकी भी त्वरित जांच हो लगातार हो रहे खनन हादसों में अब तक सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए मुकदमा तो दर्ज हो जाता है पर कार्यवाही नही हो पाती है जिससे पट्टाधारकों व जिम्मेदार अधिकारियों का मनोबल बढ़ता जा रहा ऐसी घटना का बार पुनराबृत्ति न हो इसलिए इस बार खरीद फरोख्त सौदा होने से पूर्व सजग तरीके से कार्यवाही की मांग करते हैं पीड़ित परिजनों को उचित मुवावजा राशि व सरकारी मदद तत्काल मुहैया कराया जाय।