• *प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांगजनों को सम्मान देने के लिए उन्हें ‘दिव्यांग’ कहा*
• *प्रदेश में दिव्यांगजनों की पेंशन 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये की गई*।
• *आज प्रयागराज में कई विश्व रिकॉर्ड बन रहे हैं*
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रयागराज में दिव्यांगजनों का महाकुंभ आयोजित हुआ है। पीएम मोदी ने न केवल दिव्यांगजनों को सम्मान देने के लिए उन्हें ‘दिव्यांग’ कहा बल्कि शासन में दिव्यांगजनों की भागीदारी और उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके यह भी सुनिश्चित किया है।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रयागराज में आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले साल इसी समय भव्य और दिव्य कुंभ ने पूरी दुनिया में अपना परचम लहराया था। सैकड़ों सालों बाद श्रद्धालुओं ने ‘अक्षयवट’ और सरस्वती कूप के दर्शन किए थे। उन्होंने कहा कि आज यहां दिव्यांगजनों का यह अद्भुत कुंभ हम सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहा है और प्रधानमंत्री के प्रति अपना आभार व्यक्त कर रहा है। केंद्र सरकार द्वारा इस तरह के कार्यक्रमों को देशभर में आयोजित किया गया है। इन कैम्पों के आयोजन का ही परिणाम है कि आज प्रयागराज में कई विश्व रिकॉर्ड बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां लगभग 900 मोटराइज्ड ट्राई साइकिलों के साथ ही हजारों लोगों को कृत्रिम अंग, उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। यह एक दुर्लभ क्षण है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि प्रदेश में दिव्यांगजनों की पेंशन 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दी गई है। 10 लाख 55 हजार 500 दिव्यांगजनों को यह पेंशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।
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*नए भारत के निर्माण में हर दिव्यांग की उचित भागीदारी जरुरी है: नरेंद्र मोदी*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नए भारत के निर्माण में हर दिव्यांग युवा, दिव्यांग बच्चे की उचित भागीदारी आवश्यक है। चाहे वो उद्योग हों, सेवा का क्षेत्र हो या फिर खेल का मैदान। हमारी सरकार दिव्यांगों के कौशल को निरंतर प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के पांच साल में जहां दिव्यांगजनों को 380 करोड़ रुपए से भी कम के उपकरण बांटे गए। वहीं हमारी सरकार ने 900 करोड़ रुपए से ज्यादा के उपकरण बांटे हैं। यानि करीब-करीब ढाई गुना।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों में इस तरह के कैंप बहुत कम लगा करते थे। बीते 5 साल में हमारी सरकार ने देश के अलग-अलग इलाकों में करीब 9 हजार कैंप लगवाए हैं। उन्होंने कहा कि बीते चार-पांच वर्षों में देश की सैकड़ों इमारतें, 700 से ज्यादा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाई जा चुकी हैं। जो बची हुई हैं, उन्हें भी सुगम्य भारत अभियान से जोड़ा जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि दिव्यांगजनों को दिए उपकरण उनके बुलंद हौसलों के सहयोगी भर हैं। उनकी असली शक्ति तो उनका धैर्य, सामर्थ्य और मानस है। यहां आज करीब 27 हज़ार साथियों को उपकरण दिए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले के लिए भी दिव्यांग जनों का आऱक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। अपने दिव्यांग साथियों का कौशल विकास भी हमारी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार दिव्यांगजनों के अधिकारों को स्पष्ट करने वाला कानून लागू किया। इस कानून का एक बहुत बड़ा लाभ ये हुआ है कि पहले दिव्यांगों की जो 7 अलग-अलग तरह की कैटेगरी होती थी, उसे बढ़ाकर 21 कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा हो या फिर बीमा योजनाएं, उनका भी लाभ गरीबों और दिव्यांगजनों को अलग से हो रहा है
पीएम मोदी ने कहा कि बीते साढ़े पांच सालों में वरिष्ठ जनों के इलाज का खर्च पहले की अपेक्षा बहुत कम हुआ है। सीनियर सिटिजन्स के जीवन से इस परेशानी को कम करने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। वरिष्ठ नागरिकों को भी जरूरी उपकरण मिलें, इसके लिए हमारी सरकार ने तीन साल पहले ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ शुरू की थी।