समर जायसवाल –
(दुद्धी) सोनभद्र- दुद्धी नगर का देश विदेश में नाम रोशन करने वाले ,मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखने के पश्चात संस्कृत के विद्वान डॉ हनीफ खान शास्त्री के निधन पर डीसीएफ चेयरमैन सुरेन्द्र अग्रहरि ने शोक संवेदना व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि हाई स्कूल में असफल होने के बावजूद संस्कृत विषय से आगे पढ़ाई जारी कर संस्कृत के प्रोफेसर बने।बहुत ही गरीबी में पढ़े लिखे ।बचपन में ही सिर से पिता का साया उठ जाने के बाद मित्रो के सहयोग से आगे पढ़ाई पूरी किए।लखन लाल शास्त्री जी को आदर्श मानने वाले हनीफ खान शास्त्री ने कुरान ,वेद,भगवदगीता,उपनिषद, गीता और पुराण में सामंजस्य बिठाकर कई पुस्तकें लिख चुके है।गत वर्ष देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी के हाथों पदमश्री से सम्मानित किया गया ।नई दिल्ली के राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान डीम्ड विश्वविद्यालय में बतौर संस्कृत के प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके डॉ हनीफ खान शास्त्री जी रिटायर्ड हो चुके थे।और अभी किडनी में इन्फेक्शन और यूरिन में ब्लड आने जैसी समस्या से जूझ रहे थे।आज उनके निधन से पूरा दुद्धी क्षेत्र मर्माहत है और उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।