आज हिन्दू धर्म और संस्कृति को प्रमुखता देने की जरूरत – हर्ष अग्रवाल

सोनभद्र। यतो धर्म ततो जय ऐसा कहना था प्रधानाचार्य गणेश देव पांडेय का जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थानीय प्रताप शाखा के वार्षिकोत्सव में उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे l

उन्होंने कहाकि ये बात महाभारत के समय में आयी कि
जहाँ धर्म होगा वहीं विजय होगी लेकिन धर्म क्या है और उसकी परिभाषा इतनी आसान नहीं है जितनी आमतौर पर हम सभी समझते हैं l श्री पांडेय ने कहाकि महाभारत में भीष्म पितामह , गुरु द्रोणाचार्य , कर्ण , अर्जुन और श्री कृष्ण सहित कई लोगों ने अलग अलग प्रतिज्ञाएं लीं उनमें से कई प्रतिज्ञाएँ टूट गयीं और कई लोग अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने में सफल रहे l उन्होंने श्री कृष्ण के विषय में बताया कि उनकी प्रतिज्ञा समाज के हित में ली गयी थीं और उन्होंने समाज की दृष्टि से उनको देखा और उसी प्रकार का व्यवहार किया लेकिन कई लोगों की प्रतिज्ञाएं व्यक्तिगत थीं जिनका समाज की दृष्टि से कोई महत्व नहीं था l
आज के परिवेश में भी कामोबेश यही स्थितियाँ हैं तमाम लोग व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण देश की जनता को दिग्भ्रमित करना चाह रहे हैं इसलिए सही तथ्यों को प्रस्तुत न करके ग़लत तरीक़े से चीज़ों को रखकर देश की जनता को बरगला रहे हैं l कहाकि भारत हिंदू राष्ट्र है , था और रहेगा l
ज़िला सह संघचालक हर्ष अग्रवाल ने कहाकि डाक्टर
हेडगेवार ने कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं की कुछ नीतियों जिनके कारण एक सम्प्रदाय विशेष से जुड़ी राजनीति को बल मिल रहा था से असंतुष्ट होकर तथा हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गठन किया l डाक्टर साहब ने हिंदुस्तान को हमेशा हिंदू राष्ट्र माना l उन्होंने कहाकि के हिदुओं की गरिमामयी और ओजपूर्ण इतिहास को जान बूझकर उपेक्षित किया गया और बाबर से लेकर शाहजहाँ तक के इतिहास को प्रमुखता दी गयी जबकि महाराणा प्रताप और शिवाजी जैसे तमाम वीरों के इतिहास को कम प्रमुखता दी गयी l
श्री अग्रवाल ने कहाकि कि वर्तमान परिवेश में हम सबके घरों में अंग्रेज़ीयत का प्रभाव बढा हुआ है और दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है l आवश्यकता इस बात की है कि हम अपने हिंदू धर्म और अपनी संस्कृति को प्रमुखता दें l
कार्यक्रम में मुख्य रूप से नंदलाल , ज़िला प्रचारक शिव प्रसाद , मनोज जालान , कीर्तन , संगम , आलोक , अवध , प्रमोद गुप्ता , विजय जैन , बच्चन , आनंद , विमल जालान , शिव साँवरिया , धर्मवीर , राजनारायण तिवारी , संजय आदि उपस्थित रहे l

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