समर जायसवाल –
– सोनभद्र जिले के दुद्धी तहसील में दो बालू साइट कीअनुमति मिली है जिसमे वन विभाग, खान विभाग, व राजस्व के साथ एन जी टी के आदेशानुसार बालू का खनन कोरगी व पिपरडीह में है जिसमे कोरगी बालू साइट पर खनन शुरू हो चुका है लेकिन वहाँ पर मशीन से बालू का खनन हो रहा है जो मजदूरों के साथ अन्याय है ,इसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । खनन व्यवसायी जिन्होंने अपना खनन साइट लिया है ,मजदूरों से बालू का लोडिंग कराया जाए क्योंकि यहाँ के मजदूर कहाँ जाएंगे।जब किसी क्षेत्र में कोई कल कारखाना या अन्य कोई आउट सोर्सिंग कंपनी आती हैं तो उसमें शर्त रहता है कि उस क्षेत्र के निवासियों को वरीयता दिया जाएगा ।यदि मजदूरों को इस खनन कार्य में नही लगाया जाएगा तो उनका अहित होगा ।भाजपा नेता डीसीएफ चेयरमैन सुरेन्द्र अग्रहरि ने कहा कि यह क्षेत्र आदिवासी, वनवासी बाहुल्य क्षेत्र है ,यहाँ के लोग काम करने के लिए दूसरे राज्यों में जाते है लेकिन असुरक्षा के कारण काल के गाल में समा जाते है और बदले में उन्हें कुछ नहीं मिल पाता।इसलिए आवश्यक है कि इस बालू खनन कार्य में यहाँ के मजदूरों को लगाया जाए।कोरगी साइट पर मशीन से लोडिंग हो रही हैं जबकि मजदूरों से लोडिंग होनी चाहिये।अभी दो चार दिन में पीपरडीह व नगवा बालू साइट भी चालू हो जाएगा ,वहाँ पर भी मजदूरों से ही बालू की लोडिंग करायी जानी चाहिए अन्यथा की स्थिति में मजदूरों के हितों को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया जा सकता