स्वास्थ्य डेस्क। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से किस रोग में कौन सा आसन करें…..
पेट की बिमारियों में- उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन, वज्रासन, योगमुद्रासन, भुजंगासन, मत्स्यासन।
सिर की बिमारियों में- सर्वांगासन, शीर्षासन, चन्द्रासन।
मधुमेह- पश्चिमोत्तानासन, नौकासन, वज्रासन, भुजंगासन, हलासन, शीर्षासन।
वीर्यदोष– सर्वांगासन, वज्रासन, योगमुद्रा।
गला- सुप्तवज्रासन, भुजंगासन, चन्द्रासन।
आंखें- सर्वांगासन, शीर्षासन, भुजंगासन।
गठिया– पवनमुक्तासन, पद्मासन, सुप्तवज्रासन, मत्स्यासन, उष्ट्रासन।
नाभि- धनुरासन, नाभि-आसन, भुजंगासन।
गर्भाशय– उत्तानपादासन, भुजंगासन, सर्वांगासन, ताड़ासन, चन्द्रानमस्कारासन।
कमर दर्द – हलासन, चक्रासन, धनुरासन, भुजंगासन।
फेफड़े- वज्रासन, मत्स्यासन, सर्वांगासन।
यकृत- लतासन, पवनमुक्तासन, यानासन।
गुदा,बवासीर,भंगदर आदि में- उत्तानपादासन, सर्वांगासन, जानुशिरासन, यानासन।
दमा- सुप्तवज्रासन, मत्स्यासन, भुजंगासन।
अनिद्रा- शीर्षासन, सर्वांगासन, हलासन, योगमुद्रासन।
गैस– पवनमुक्तासन, जानुशिरासन, योगमुद्रा, वज्रासन।
जुकाम– सर्वांगासन, हलासन, शीर्षासन।
मानसिक शांति के लिए– सिद्धासन, योगासन, शतुरमुर्गासन, खगासन योगमुद्रासन।
रीढ़ की हड्डी के लिए- सर्पासन, पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, शतुरमुर्गासन करें।
गठिया के लिए- पवनमुक्तासन, साइकिल संचालन, ताड़ासन किया करें।
गुर्दे की बीमारी में– सर्वांगासन, हलासन, वज्रासन, पवनमुक्तासन करें।
गले के लिए- सर्पासन, सर्वांगासन, हलासन, योगमुद्रा करें।
हृदय रोग के लिए- शवासन, साइकिल संचालन, सिद्धासन किया करें।
दमा के लिए- सुप्तवज्रासन, सर्पासन, सर्वांगासन, पवनतुक्तासन, उष्ट्रासन करें।
रक्तचाप के लिए– योगमुद्रासन, सिद्धासन, शवासन, शक्तिसंचालन क्रिया करें।
सिर दर्द के लिए- सर्वांगासन, सर्पासन, वज्रासन, धनुरासन, शतुरमुर्गासन करें।
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए- यानासन, नाभि आसन, सर्वांगासन, वज्रासन करें।
मधुमेह के लिए- मत्स्यासन, सुप्तवज्रासन, योगमुद्रासन, हलासन, सर्वांगासन, उत्तानपादासन करें।
मोटापा घटाने के लिए– पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, सर्पासन, वज्रासन, नाभि आसन करें।
आंखों के लिए- सर्वांगासन, सर्पासन, वज्रासन, धनुरासन, चक्रासन करें।
बालों के लिए– सर्वांगासन, सर्पासन, शतुरमुर्गासन, वज्रासन करें।
प्लीहा के लिए- सर्वांगासन, हलासन, नाभि आसन, यानासन करें।
कमर के लिए– सर्पासन, पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, वज्रासन, योगमुद्रासन करें।
कद बड़ा करने के लिए- ताड़ासन, शक्ति संचालन, धनुरासन, चक्रासन, नाभि आसन करें।
कानों के लिए– सर्वांगासन, सर्पासन, धनुरासन, चक्रासन करें।
नींद के लिए– सर्वांगासन, सर्पासन, सुप्तवज्रासन, योगमुद्रासन, नाभि आसन करें।