बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
कंबल वितरण के नाम पर की जा रही खानापूर्ति।ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत चरितार्थ।
बभनी। विकास खंड के ग्राम पंचायत बभनी के घसियाटोला में रविवार की शाम को घर में जमीन पर सोया था जिसकी मौत हो गई जब सुबह काफी समय बीत जाने के बाद सोकर नहीं उठा तब उसकी लड़की देखने गई उसका पूरा शरीर ठंड से सिकुड़ चुका था मृतक देव नरायन पुत्र स्वर्गीय बैजनाथ उम्र लगभग 50 वर्ष एक पतली चादर ओढ़ कर सोया था उसके भाई ने बताया कि हमारे यहां ओढ़ने के लिए कंबल नहीं है जिससे हम लोग एक पतली चादर ओढ़कर और जहां सोते हैं वहीं अपने बच्चों को लेकर आग जलाकर सोते हैं जिससे हमेशा भय बना रहता है कि आग में बच्चे न झुलस जाएं। और परिजनों के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक की तीन लड़कियां हैं और दो लड़के जिसमें एक लड़की की शादी हो चुकी है और एक लड़का सूर है जो बिल्कुल कुछ देखता ही नहीं है उस परिवार में ग़रीबी इतनी है कि वो लड़का भीख मांगकर अपना जीविकोपार्जन करता है। मृतक नजदीकी गल्ला गोदाम में पल्लेदारी कर अपने घर की रोजी-रोटी चलाता था जब इस संबंध में ग्राम प्रधान राज नरायन से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि आज हम बाहर आए हुए हैं हमारे गांव में जहां हजारों गरीब परिवार हैं जिन्हें कंबल दिया जाना चाहिए नहीं तीन मात्र तीन सौ कंबल ही मिले हैं अब चिंता की विषय यह है कि किन पात्रों को कंबल दिया जाय किन्हें न दिया जाए। वहीं आज ग्राम पंचायत चौना चैनपुर व मचबंधवा में कंबल वितरण किया गया वहीं चैनपुर ग्राम प्रधान संजय गुप्ता से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि कंबल वितरण के नाम पर ऊंट के मुंह में जीरा वाला हाल है जहां हमारे ग्राम पंचायत में लगभग 300 सौ ऐसे गरीब परिवार हैं जो ठंड से कांपते नजर आ रहे हैं वहीं हमें तीस कंबल बंटवाकर खानापूर्ति करना पड़ रहा है यदि बाद में कंबल आएगा ही तो किस काम का।