एनटीपीसी ने दिया बालिका सशक्तिकरण कारण में मुख्य योगदान

शक्तिनगर।जहा एक तरफ छोटो-छोटे बच्चों समेत महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसे अपराध लगातार बढ़ रहे है। जिसको लेकर सरकार गंभीर बनी हुई है। तो वही दूसरी तरफ सोनभद्र जिले के शक्तिनगर में स्थित एनटीपीसी परियोजना द्वारा 22 दिसंबर से 29 दिसंबर तक अतिपिछड़े ग्रामीण इलाकों से कुल 109 बालिकाओं को अपने हॉस्टल में लाकर उनको रहने खाने समेत उनके बेहतर जीवन को लेकर पढ़ाया भी जा रहा है। साथ ही उनको अपनी सुरक्षा और निडर बनाने को लेकर उन्हें कराटे भी सिखाया जा रहा है। परियोजना के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पिछड़े व दुरुल ग्रामीण इलाकों के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाली 5वी के विद्यार्थियों को लाकर उन्हें जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण शिक्षाए दी जा रही है। जिससे बच्चियों के विकास हो सके। साथ ही यह भी बताया गया कि, इन्ही बच्चियों में से 10 बच्चियों को गोद लेकर उन्हें अवासीय परिसर में स्थित विद्यालय में उन्हें शिक्षा दी जाएगी। और उन विद्यार्थियों का खर्च परियोजना ही वहन करेगी। जिसके बाद उन बच्चो के हायर एजुकेशन के लिए भी सारी सुविधाएं समेत उनके पठन-पाठन का खर्च उठाया जाएगा। एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक देवाशीष चटोपाध्याय ने बच्चों के साथ भोजन करते हुए उनका हाल भी जाना। सभी बालिकाए अतिदुरुल और पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों से लाई गई है। जिन्हें उनके दिनचर्या समेत सभी योग,कराते, पढ़ाई समेत रहन सहन के बारे में उन्हें शिक्षित कीया जा रहा है। इस कार्यक्रम में अलग अलग एजियो से महिला शिक्षक बुलाये गए है। परियोजना द्वारा उन्हें सीसीटीवी कैमरे से कड़ी निगरानी में रखा गया है। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि एक बालिका के सशक्तिकरण में लगभग 50 हजार रुपये खर्च होते है। यह कार्यक्रम बच्चो के विकास में परियोजना द्वारा किया जा रहा है।
इस दौरान अलग अलग जगहों से महिला शिक्षक के रूप में सरोज कुमारी, अपर्णा पाठक ,शिवांगी मिश्रा, निशा भारद्वाज, आकांक्षा मिश्रा, मोनी कुमारी, सृस्टि मिश्रा,प्रिया सवानी, सपना पांडेय को बुलाया गया है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य महाप्रबंधक समेत एम.सी मांझी,प्रभुनाथ समेत एनटीपीसी परियोजना के हिंदी राजभाषा अधिकारी आदेश पांडेय भी मौजूद रहे।

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