जीवन मंत्र । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से शनिवार को भाग्योन्नति का उपाय…..
शनि देव सभी नवग्रहों में कुछ विशेष स्थान रखते हैं इसलिए हर जातक इनसे डरता है क्योंकि इन्हें इस संसार में न्यायाधिश होने का पद प्राप्त है। शनिदेव ही व्यक्ति के सभी अच्छे-बुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं। साढ़ेसाती और ढैय्या के काल में शनि राशि विशेष के लोगों को उनके कर्मों का फल देते हैं। यदि किसी व्यक्ति ने जाने-अनजाने कोई दुष्कर्म किया है तो शनिदेव उस व्यक्ति को उसके दुष्कर्मों की निश्चित सजा देते हैं। इसी कारण ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को क्रूर ग्रह भी माना जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य पुत्र शनि ग्रह सबसे खतरनाक है। शास्त्रों ने इनका बखान हानिकर और एक सख़्त शिक्षक के रूप में किया है जो की धैर्य, प्रयास और धीरज का प्रतिनिधित्व करते हैं। शनि का कुंडली में बिगाड़ना जीवन में दुर्भाग्य लाता है। शनि ऐसा ग्रह है जिसके प्रति सभी का डर सदैव बना रहता है। शनि के कारण पूरे जीवन की दिशा, सुख-दुख आदि बातें निर्धारित होती हैं। शनि को कष्टप्रदाता भी माना जाता है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ताला और चाबी क्रमश: शनि और शुक्र की कारक वस्तुएं होती है। शास्त्रों में शनि को ताला अौर शुक्र को उस ताले की चाबी कहा गया है। ताले का कार्य है चीजों को सुरक्षा प्रदान करना परंतु ताले को अवरोध की संज्ञा भी दी गई है। अगर आप से चाबी बार-बार कहीं खो जाती है। तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। शुक्र और शनि के प्रभाव से आपकी गोपनियता को खतरा हो सकता है। ये संकेत है कि आने वाले दिनों में आपको उधार दिए गए पैसों से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं आपका पैसा डूब सकता है। शुक्र-शनि का ये संकेत धन संबंधित रूकावटें और परेशानियों की तरफ इशारा करता है। चाबी के बार-बार खो जाने से आपके जीवन के गातिमान विषयों में रूकावटें आने लगती है। अगर आपके दैनिक जीवन में ताले और चाबी से संबंधित समस्या हो तो समझ लेना चाहिए कि गोचर में यानि वर्तमान में शुक्र और शनि की स्थिति आपके अनुकूल नहीं है।
अगर कभी-कभी आपसे चाबी खो जाती है तो ये साधारण बात है लेकिन अक्सर आपके साथ ऐसा होता है तो ये र्सिफ भूलने की बीमारी या आदत नहीं है। चाबी के गुम हो जाने में भविष्य में होने वाली घटना का संकेत छुपा होता है। चाबी का खोना स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की तरफ भी इशारा करता है। शुक्र और शनि के प्रभाव से आपको पेट और शरीर के गुप्त स्थानों से संबंधित रोग होने की संभावना रहती है। अगर आपके जीवन में शनि या शुक्र से संबंधित कुछ परेशानी आ रही है जिसके कारण नौकरी, करियर या कारोबार में अनियमितता आ रही है तो इस के लिए आपको एक आसान उपाय बताने दे रहे हैं।
उपाय….
सबसे पहले आप ताले की दुकान पर जाकर लोहे का ताला खरीद लें परंतु ध्यान रखें ताला बंद होना चाहिए खुला ताला नहीं। ताला खरीदते समय उसे न दुकानदार को खोलने दें और न आप खुद खोलें। ताला सही है या नहीं यह जांचने के लिए भी न खोलें। बस बंद ताले को खरीदकर ले आएं। उसे ताले को एक डिब्बे में रखें और शुक्रवार की रात को ही अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख लें। शनिवार सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर ताले को बिना खोले किसी मंदिर या देवस्थान पर रख दें। ताले को रखकर बिना कुछ बोले, बिना पलटें वापिस अपने घर आ जाए।