बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
एकमात्र महिला शिक्षिका सवांर रही साढ़े सात सौ छात्रों का भविष्य।
बभनी। विकास खंड में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज चपकी में एक ही महिला शिक्षिका साढ़े सात सौ छात्रों के भविष्य का लगाम पकड़ कर अपने कर्त्तव्यों के दायित्व का निर्वहन करने में लगी है जहां एक भी अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई है इस घोर समस्या को देखते हुए अविभावकों की सहमति लेते हुए उनके द्वारा कुछ पीटीए शिक्षकों की नियुक्ति कर छात्रों का भविष्य संवार रही है। मुख्य बात तो यह है कि पीटीए शिक्षकों की नियुक्ति कर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था तो सही ढंग से चल रहा है परंतु इस क्षेत्र में लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर मात्र एक ही राजकीय इंटर कॉलेज है जहां दूर-दराज से बच्चे साधन की सुविधा न होने के कारण सायकिल से
पैदल पढ़ने के लिए आते हैं जहां छत्तीसगढ़ सीमा से सटे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण यह क्षेत्र कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जहां इस क्षेत्र में काफी ग़रीबी होने के कारण लोग इतना शुल्क देकर बच्चों को पढ़ाने को मजबूर हैं सरकार स्वास्थ्य शिक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रही है वहीं गरीबों के जेब पूरी तरह से ठंडे होते दिख रहे हैं जब अभिभावकों को इतनी बड़ी शुल्क देकर पढ़ना ही होता तो वे प्राईवेट विद्यालयों में भी पढ़ा सकते थे। इस बात को लेकर अभिभावकों ने शासन से शिक्षकों की अतिशीघ्र नियुक्ति किए जाने की मांग किया।