हांथियो के झुन्ड ने युवक को कुचला, मौत।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/विवेकानंद)

हांथियो के उत्पात से बभनी क्षेत्र मे फैली सनसनी।

ग्रामिणो ने वन विभाग के खिलाफ किया नारेबाजी व प्रदर्शन

हांथियो के हमले की सुचना पर मौके पर पहुचे वन विभाग के आलाधिकारी।

बभनी। स्थानीय थाना क्षेत्र व वन रेंज बभनी के छः0ग0से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली हाथियों ने दो हफ्ते से उतपात मचा रखा है।दर्जनों ग्रामीणों के मकान तोड़ने के साथ साथ सैकड़ो बीघा फसलों को बर्बाद कर चुके हैं जिससे सरहदी क्षेत्र के ग्रामीणो में काफ़ी दहशत है। अबतक तो सिर्फ हाथियों ने फसलों व घरों को ही क्षति पहुंचाया था। लेकिन रविवार की रात्रि करीब 2,30बजे हाथियों ने एक 30वर्षीय युवक की ज़िंदगी ले ली । ग्रामीणों के कथनानुसार हाथियों का झुण्ड रम्पाकुरर पहुँचा था जिसे फारेस्ट की टीम ने खदेड़ा तो हाथियों का झुण्ड छः0ग0 जाने के बजाये घूम कर डुमरहर के नेतीयांन टोला पहुँचा और वहाँ फसलों को बर्बाद करना शुरू किया फारेस्ट की टीम हाथियों के पीछे नेतियांन टोला पहुँची और हाथियों को भगाने का प्रयास कर रही थी। हाथी जिस जगह पे फसल रौद रहे थे वहीं सटे मकान में एक परिवार डरा सहमा पड़ा था ग्रामीणों ने बताया कि फारेस्ट टीम में छ0ग0 के स्टॉप भी मौजूद थे।जिस वक्त युवक के साथ हादसा हुआ फारेस्ट का एक जवान एक घर के छप्पर के ऊपर चढ़ कर टार्च से हाथियों को देख रहा था कि उसी वक्त कुछ ग्रामीण उस घर की ओर जाने लगे जिसमें एक परिवार अन्दर पड़ा था मौके पे मौज़ूद ग्रामीणों ने बताया कि जैसे ही कुछ ग्रामीण उस घर की ओर बढ़ रहे थे की झुण्ड से कुछ दूरी पर एक विशाल हाथी, झुण्ड की रखवाली कर रहा था

जिसकी भनक ग्रामीणों को नहीं लगी और उस विशाल काय हाथी नें ग्रामीणों पे हमला कर दिया जिसकी ज़द में एक युवक आ गया और उसे उस हाथी नें पटक पटक कर मार डाला। इस घटना को घटते ही ग्रामीणों में क़ोहराम मच गया ग्रामीणों ने बताया कि युवक के साथ जैसे ही यह घटना घटी फारेस्ट की टीम युवक का शव देखने के बाद फ़ौरन वहाँ से भाग निकली इस बात को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश ब्याप्त है। वही हाथी के हमले के समय भगदड़ में एक शख्स कुएं में गिर गया था जिससे उसकी जॉन बच गई वरना वह भी हाथी के हमले का शिकार हो गया होता।

ग्रामीणों ने बताया कि हम सब ग्रामीण फारेस्ट टीम के साथ थे उन्हें कम से कम हम लोगों के साथ तो रहना चाहिये था।आखिरकार इन उतापाती हाथियों ने अब जॉन भी लेना शुरू कर दिया अभी एक युवक की जान गई है ।अगर जिला प्रसासन गम्भीेरता से नही लिया तो आगे अनहोनी की आशंका लोगो मे बनी हुई है। हाथियों का झुण्ड अभी भी वही जंगल मे मौज़ूद बताया जा रहा है। ग्रामीण मृत युवक राजेंदर पुत्र शिवबरन उम्र करीब 30वर्ष के शव को वहीं अरहर के खेत में ही छोड़ कर अपनी जॉन बचा कर भागे पड़े हैं उन्हें यह डर सता रहा है कि नजाने अब हाथियों का झुण्ड किस तरफ़ का रुख करेगा। और अगला किसका नंबर है। घटना की सुचना मिलते ही पुलिस क़रीब 4,15 बजे भोर में मौके पर पहुंच गई।

सुबह से ही ग्रामिणो ने सडक जाम कर किया नारेबाजी

सोमवार की सुबह हाथिंयों के हमले से युवक की मौत की सुचना पर आस पास के ग्रामिणो की भीड इक्कठी हो गयी। ग्रामिणो ने हांथियो से सुरक्षा व मृतक ब्यक्ति के परिवार को मुवावजे की मांग व हांथींयो के उत्पात से मकान व फसल की छतिपुर्ती हेतु वन विभाग के खिलाफ आक्रोशित होकर सडक जाम कर बैठ गये।सुचना पर वनविभाग के एसडीओ पिपरी रेनुकुट, मनमोहन मिश्रा,वन क्षेत्राधिकारी, वी के पान्डेय वन क्षेत्राधिकारी पिपरी रेनुकुट, एसडीओ म्योेरपुर कुन्ज विहारी वर्मा ,वन क्षेत्राधिकारी बभनी, जरहा, विन्ढमगंज के क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुच गये। मृतक के परिजन को एस डी ओ पिपरी ने 5000रुपये की सहायता राशि प्रदान की। थाना प्रभारी बभनी अविनाश चन्द सिन्हा ने ग्रामिणो को समझा बुझाकर शान्त किया। वन विभाग की टीम हांथियों को भगाने मे जुटी हुई है।मृतक के २ बच्चे मामता ४वर्ष गोलु २वर्ष का बताया जा रहा है।इस बात को लेकर

प्रदेश सचिव महिला मोर्चा रुखसाना खानम ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि वन विभाग की टीम केवल घूमती रहती है। यहां हाथियों को भगाने में कोई सहयोग नहीं करती है यहां हाथियों के आतंक के कारण हमारे गरीब आदिवासी क्षेत्र की जनता हाथियों ने उत्पात करते हुए सारी फसलें रौंद डाली है जिससे आने वाले भविष्य में खाने को लेकर घोर संकट मंडराने वाला है। जिसे अभी भी वन विभाग इस मृतक परिवार को उचित मुआवजा दे और हाथियों को भगाने के लिए छावनी डलवाकर डीजे

साउंड एलेक्ट्रीक तार व बम छोंड़े जाएं उन्हें बेहोश करने के इंजेक्शन दिए जाएं या ऐसी धुएं छोंड़े जाएं जिसके धुएं से आहत होकर हांथी यह क्षेत्र छोंड़कर भागने को मजबूर हो जाएं और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।

Translate »