बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/विवेकानंद)
कभी छत्तीसगढ़ तो कभी युपी की सीमा मे मचा रहे कोहराम
ग्रामीण भयभीत, हाथियों के हमले मे जान का खतरा
बभनी।एक सप्ताह हाथियों का झुण्ड छत्तीसगढ़ मे उत्पात मचाने के बाद अब आख मिचौली खेल रहा है ।छत्तीसगढ़ के केसारी ,गिरवानी, सेमरटोला मे उत्पात के बाद दो दिनो से छतीसगढ़ और सीमा से सटे शीशटोला मे हाथी कोहराम मचाए हुए।ग्रामीणों का आरोप है कि हाथियों के हमले से जान माल का खतरा है।प्रशासन इसके लिए गम्भीर नही है।न ही किसी ग्रामीण की आर्थिक मदद किया जा रहा है।घरो के तहस नहस होने से लोग घर से बेघर हो रहे है।लेकिन जिला प्रशासन मदद को आगे नही आया नही ठोसा सुरक्षात्मक कार्यवाही किया।
शुक्रवार की रात करीब दो बजे हाथियों का झुण्ड छत्तीसगढ़ के केसारी से वापस बभनी की सीमा से सटे गाव शीशटोला आ धमके और लोगो के फसलो को नुकसान पहुचाते हुए शीशटोला निवासी
जीवतलाल,रनशाय,जगधारी, जुगुल,अतवरिया का गिराया घर गिरा उन्हे ठण्ड मे बेघर कर दिया ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सवेदन हीनता का आरोप लगाते हुए मदद की गुहार लगायी है साथ जान माल की सुरक्षा की गुहार भी लगाया है हाथियों के हमले से घर बेघर हो रहे है ठण्ड मे खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को विवश है।24 अक्टुबर से हाथियों का उत्पात चल रहा है लेकिन आज तक जिला प्रशासन द्वारा पीडीतो को कोई मदद नही मिला।ग्रामीण जान पर खेल अपने जान की सुरक्षा कर रहे ।