सम्मेलन मे उठा बनाधिकार और प्रदूषण का मुद्दा
पंकज सिंह/विकास अग्रहरी@sncurjanchal
बनवासी सेवा आश्रम में गांधी के 150वी जयंती वर्ष और कर्मयोगी स्वर्गीय प्रेम भाई के पुण्यतिथि पर आयोजित दो दिवासोय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन के दूसरे और अंतिम दिन गुरुवार को सर्व धर्म प्रार्थना ,के साथ पंचायतों के सशक्तिकरण और ग्राम स्वराज्य को विस्तार देने को लेकर मन्त्रणा कर , विचार रखे गए। साथ ही वनाधिकार की समस्या पर चर्चा की गयी।गोवा से आये मुख्य अतिथि कला नंद मणि ने कहा कि गांधी 6 महीने और जिंदा रहते तो आज का जो संविधान है वह नही होता।
गांधी ने 18 जनवरी 1948 को साफ कह दिया था कि संविधान में गाँव की आजादी नही दिया गया तो मैं उसका विरोध करूंगा। उन्होंने ने कहा था कि हर नागरिक को जिमेदार होना होगा।सुझाव दिया कि सांसद, विधायक का चुनाव प्रधानो और जिला पंचायत सदस्यों द्वारा होना चाहिए। और चुनाव में धन बल के प्रयोग को 6 साल तक पूर्ण बहिष्कार के जरिये रोका जा सकता है।तीसरी सरकार के संयोजक चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि 1946 में गांधी के सहयोगी श्रीमन नारायण अग्रवाल ने ग्राम पंचायत सरकार का ड्राफ् तैयार किया था।इस तरह ब्लॉक जिला,राज्य केंद्रीय पंचायती सरकार की कल्पना की थी। कहा कि अधिकार की बात गांव से शुरू होकर ब्लॉक और जिला राज्य केंद्र तक जाने की बात कही और उसका चाभी गांव के पास रखने का था।उसमें जन प्रतिनिधियो को हटाने का अधिकार भी था। डी पी आर ओ आर के भारती ने कहा कि वर्तमान में जिले की पंचायतें गांधी के ग्राम स्वराज्य की ओर बढ़ रही है। उप प्रभागीय बनाधिकारी मनमोहन मिश्रा ने कहा कि वनाधिकार में लालच करने वाले कथित लोगो के कारण असली हकदार को अधिकार नही मिल पा रहा है ।कहा कि कुछ लोग जंगल मे ही कब्जा दिखा फार्म भरा है।आह्वान किया कि इस मामले में जंगल बचाने पर ध्यान दे।सम्मेलन के अध्यक्षता करते हुए पण्डित अजय शेखर ने कहा कि गांधी विचारों से ही सारी समस्या का हल है।आज हम परावलम्बी होते जा रहे है। जीवन शैली बदल रहे है। भारतीय लोक तंत्र के लिए ग्रामीण संस्कृति को जीवित रखना होगा। कहा कि औधौगिकरण से गांव के लाखों लोगो के रोजगार छीन लिया है और हमारे अंदर जहर बो दिया।
आश्रम की मंत्री शुभा प्रेम ने वर्ष भर में आश्रम द्वारा ग्राम स्वराज्य और पंचायत को सशक्त करने के लिए उठाए गए कदम की जानकारी दी और बताया कि इस दिशा में आगे बढ़ रहे है। झारो हाई स्कूल की प्रधानाचार्या प्रतिभा ने कहा कि गांव को सशक्त जैविक खेती, बागवानी,पशु पालन ,जल संरक्षण की बात कही। प्रदेश ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष गोपी नाथ गिरि ने कहा कि गांव खुशहाल नही होगा तो देश में अमन चैन नही होगा। मौके पर चंदन पाल, कुल भूषण पांडेय ,प्रभु सिंह,राम केवल यादव, रमेश यादव, राम बृक्ष, बुधराम,केवला दुबे, राम प्रसाद गोंड, कमला राम, रामेश्वर प्रसाद,केदार ,यादव, रविन्द्र जायसवाल,नीलम सिंह, बालम खरवार, डॉ लखन राम जंगली , समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।