समर जायसवाल दुद्धी –
(दुद्धी /सोनभद्र )गुरुवार की देर शाम जिला मुख्यालय पर बार संघ अधिवक्ताओं नगर के प्रबुद्धजनों ने मनोनीत राज्यसभा सांसद व जनपद के पूर्व सांसद रामशकल जी के निवास स्थान पर पहुंचकर उप कोषागार दुद्धी से हटाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पत्रक सौप कर समस्याओं के बारे में प्रतिनिधिमंडल रूप में गये, चेयरमैन राज कुमार अग्रहरी व बार संघ अध्यक्ष कुलभूषण पांडे ,दिनेश अग्रहरी ,डॉक्टर लवकुश प्रजापति आदि ने संयुक्त रूप से सांसद राम शकल को अवगत कराया कि आजादी के बाद समय अंतराल से चले आ रहे दुद्धी सरकारी मानक के अनुरूप सभी उपलब्धता होने के बावजूद भी इसको स्थानांतरित किया जा रहा है जो इस क्षेत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि निरंतर दुद्धी वासियों व अधिवक्ता संघ के द्वारा जिले की मांग की जाती रही है व दुद्धी को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं इसके दौरान इस तरह की गलत रिपोर्टिंग कर उपकोषागार का मानक के विपरीत दिखाकर दुद्धी से उप कोषागार को हटाया जा रहा है जो इस क्षेत्र के लिए बहुत ही दुखदाई है और क्षेत्रवासियों के लिए गम्भीर समस्या का संकेत है । चुकी दुद्धी तहसील मुख्यालय पर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार न्यायालय ,सिविल जज न्यायालय व कई अन्य न्यायालय स्थित है जिससे उपकोषागार दुद्धी में न्यायालय संबंधित शुल्क जमा कराया जाता रहा है सब रजिस्ट्रार कार्यालय दुद्धी में संबंधित पंजीकरण करने हेतु स्टाम्प की खरीद बिक्री होती रही है परंतु विगत शासनादेश संख्या 1736/ 14 (निर्देश )2013/को0नि0प्रा0वि0दिनांक03/09/2019 के अनुसार को बंद कर दिया गया है जिससे जनता को काफी असुविधा हो रही है एवं जनहित प्रभावित हो रहा है ज्ञात हो कि दुद्धी उपकोषागार से 5 करोड़ के नीचे वार्षिक स्टांप की बिक्री दिखाई गई है इस आधार पर उपकोषागार को बंद करने का निर्णय लिया गया है। जबकि सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 1 वर्ष में अर्थात 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक 15,72,87000( पंद्रह करोड़ बहत्तर लाख सत्तासी हजार रुपये) का स्टांप जमा हुआ है । चुकि सब रजिस्ट्रार कार्यालय दुद्धी को मात्र लगभग 4 करोड़ का स्टांप ही उपलब्ध हुआ है शेष लगभग 11 करोड़ से ज्यादा स्टांप तहसील दुद्धी के वादकारी, स्टांप वेंडरो द्वारा दुद्धी उपकोषागार में स्टांप उपलब्ध न होने के कारण जिला कोषागार रॉबर्टसगंज से लेकर दुद्धी निबन्धक के कार्यालय में निबंधित करावाये है। दुद्धी उप कोषागार को जिला कोषागार सोनभद्र द्वारा ₹5000 से बड़े स्टांप दिए ही नहीं जाते है।इसके अलावा दुद्धी में विभिन्न कार्यालयों, बैंकों में एवं नोटरी में करोड़ों के स्टाम्प की खपत होती रही है ।उपकोषागार दुद्धी को बंद कराने से यहां की जनता व अधिवक्ताओं सहित आमजन में भारी आक्रोश व्याप्त है ।दुद्धी तहसील मुख्यालय जनपद सोनभद्र मुख्यालय से लगभग दूरी 80 किलोमीटर से ज्यादा तय करती है जो तहसील दुद्धी की सीमावर्ती गांव की दूरी जनपद सोनभद्र से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी है ।दुद्धी तहसील आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां के लोगों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है जो अपना कार्य कम पैसों में ही दुद्धी में कर लिया करते है।उनके लिए यह बहुत बड़ी गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है राज्यसभा सांसद को पत्रक दे ।सभी प्रबुद्धजनो व अधिवक्ताओं ने दुद्धी उपकोषागार को तहसील मुख्यालय दुद्धी पर यथावत पूर्व की भांति करने हेतु मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा।। इस मौके पर विष्णु कांत तिवारी जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा समिति के महासचिव प्रभु सिंह, अरुणोदय जौहरी एडवोकेट, भाजपा के वरिष्ठ नेता पन्नालाल अग्रहरी , आदि सम्मानितगण मौजूद रहे।।