आज से घर-घर खोजे जाएंगे टीबी मरीज

अभियान

· 22 अक्टूबर तक चलेगा सघन टीबी रोग खोजी अभियान

· 2018-19 में 1527 मरीज हुये चिन्हित, 15 लाख वितरित

मीरजापुर, ।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. ओ.पी. तिवारी ने कहा कि 10 अक्टूबर से सघन टीबी खोजी अभियान शुरू हो रहा है। जो कि 22 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभियान के दौरान टीबी मरीजों की घर-घर तलाश की जाएगी। डॉ. तिवारी पुनरीक्षित कार्यक्रम की जिला स्तरीय बैठक कर रहे थे।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि टीबी असाघ्य बीमारी नहीं है। जागरूकता नहीं होने से लोग अक्सर घबरा जाते हैं। जबकि टीबी का इलाज आसानी से संभव है। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि टीबी बीमारी कि जागरूकता के लिए लाउडस्पीकर, पम्पलेट, होर्डिग्स, बैनर और समाचार पत्रों के जरिये जनपदवासियों को जागरूक किया जाए। उन्होने कहा कि उसकी जिला अस्पतालों में जांच कराकर नियमित दवाइयों दी जाएं। उपचार के लिये जिला क्षय रोग अधिकारी को सूचित करेंगे। टीबी का इलाज जिला अस्पतालों में निशुल्क है। टीबी के रोगी कहीं न जाकर जिला अस्पताल में आकर अपना इलाज करायें। टी0बी0 मरीज की सूचना देने वालों को 500 रुपये भी दिया जाएगा। उन्होने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, बैंकों समेत सभी सार्वजनिक स्थलों पर वाल पेंटिंग करायी जाये।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एल. एस. मिश्र ने बताया कि 2018- 19 में 1527 टीबी मरीजों को चिन्हित किया जा चुका है। जिनको 500 दर से लगभग 8 लाख रुपये वितरित किए जा चुके हैं। कुल 139 टीमों का गठन किया गया है। 28 सुपरवाइजर तथा नौ सेक्टर सुपरवाइजरों की नियुक्ति की गयी है। जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के एमओआईसी जोनल सुपरवाइजर होंगे जो हर दिन करके रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे । उन्होंने बताया कि हर विकास खण्ड केन्द्रों पर एक-एक टीबी जांच यूनिट है।

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